मधुबनी: बिहार के मधुबनी में इंडो-नेपाल सीमा (Indo Nepal Border) पर मानव तस्करी (Human Trafficking) का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है. तस्करों के द्वारा नाबालिग बच्चों को बालश्रम के लिए सीमा पार करवाकर भारतीय क्षेत्रों में विभिन्न जगह पहुंचाने का काम किया जा रहा है. इंडो-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के जवानों (SSB Jawan) ने एक बार फिर से नेपाल के पांच नाबालिग बच्चों को मानव तस्कर (Human Traffickers)के चंगुल से मुक्त कराया है.
ये भी पढ़ें- इंडो नेपाल सीमा पर SSB ने एक मानव तस्कर को किया गिरफ्तार, दो नाबालिग लड़की को लेकर जा रहा था नेपाल
बता दें कि एसएसबी ने ललमनियां ओपी क्षेत्र मे घोरमोहमा में एसएसबी बीओपी धनुषि के नाका दल ने 13 से 17 वर्ष आयु के पांच नाबालिग लड़कों को मानव तस्कर के कब्जे से मुक्त कराया है. इन पांचों किशोरों को बाल मजदूरी के लिए हरियाणा ले जाया जा रहा था. पकड़े गए मानव तस्कर की पहचान नेपाल के सिरहा जिला के जगतपुर के रामदयाल यादव के रूप में हुई है.
ये भी पढ़ें- मूंछे हो तो उपेंद्र राय की तरह... 33 साल में मिल चुका है 167 मेडल, सेवा के साथ-साथ मूंछों के लिए चर्चित हैं उपेंद्र
उसके चंगुल से मुक्त कराए गए नाबालिग बच्चों की पहचान नेपाली क्षेत्र के सीमावर्ती विभिन्न गांवों के 14 वर्षीय अर्जुन कुमार, 17 वर्षीय अमित कुमार, 17 वर्षीय चंद्र सदाय, 15 वर्षीय आनंद कुमार और 13 वर्षीय कृष्ण कुमार के रूप में हुई है. पांच नाबालिगों एवं मानव तस्कर को एनजीओ प्रथम एवं चाइल्ड हेल्प लाइन के सहयोग से ललमनियां ओपी थाने को सुपुर्द कर दिया गया.