मधुबनी: बिहार के मधुबनी जिले में कमला बलान नदी में पानी की रफ्तार बढ़ने से नदी के पूर्वी तटबंध में कई जगह रेनकट बन गया है. जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. इससे आक्रोशित होकर लोगों ने झंझारपुर-आन्ध्र दी मुख्य मार्ग को जाम कर दिया और जमकर नारेबाजी की. लोगों ने प्रखंड के भदुआर कमला नदी तटबंध सह सड़क को ब्रह्म स्थान के निकट बांस-बल्ले से घेरकर जाम कर दिया. इसके बाद जल संसाधन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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कमला बलान नदी के तटबंध में रेनकट: लोगों ने आरोप लगाया की तटबंध मरम्मती के नाम पर सिर्फ कागजी खानापूर्ति की जाती है. तटबंध में कई जगह होल है. इधर जाम रहने से लोगों का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया. सूचना मिलते ही रुद्रपुर थाना के एसएचओ आयशा कुमारी, अंचलाधिकारी प्रवीण कुमार वत्स और जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे. अधिकारीयों द्वारा तटबंध मरम्मती शुरू होने के बाद ग्रामीणों ने जाम को समाप्त किया,
आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन: विरोध-प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि तटबंध में कई जगह रेनकट बन गया है. विभाग मरम्मती के नाम पर सिर्फ कागजी खानापूर्ति करती है. तटबंध में कई जगह होल है. विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे राजद नेता राम विलास धांगर ने कहा कि हरना, भदुआर में 40 जगह रेनकट है. जिसे तत्काल मरम्मत करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि तटबंध के उंचीकरण व चौड़ीकरण में बालू का ढेर जमा कर दिया है. बारिश होते ही पानी के साथ मिट्टी भी बहने लगता है.
जल संसाधन विभाग पर लगाया आरोप: विरोध प्रदर्शन में शामिल जीबछ प्रसाद भारती, शिव कुमार महतो उर्फ शिवम ने बताया कि कमला नदी में बाढ़ का पानी बढ़ रहा है. तटबंध कई जगह कमजोर है. बारिश से कई जगह बड़े-बड़े रेनकट बन गया है. बाढ़ के दबाव से तटबंध के टूटने का खतरा मंडराने लगता है. तटबंध मरम्मती के नाम पर विभाग सिर्फ खानापूर्ति करती है.
"इस साल का हाल यह है कि अब तक आधा बांध कट चुका है. रास्ता अवरुद्ध हो चुका है. जल संसाधन विभाग को कई बार कहा गया कि बांध को दुरुस्त किया जाए. लेकिन विभाग सिर्फ खानापूर्ति का काम करती है. जो काम किया जाता है, वो मिट्टी बारिश में बह जाती है. इससे परेशान होकर आज ग्रामीणों ने सड़क जाम किया है."- ग्रामीण