मधुबनी: मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने लोहट और सकड़ी चीनी मिल की जमीन बियाडा को हस्तांतरित किए जाने के विरोध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. साथ ही जमकर नारेबाजी की. संगठन मंत्री राघवेंद्र रमन ने बताया कि बिहार सरकार ने जान बूझकर चीनी मिल की जमीन बियाडा को हस्तांतरित किया है. ताकि चीनी मिल खोलने की अंतिम उम्मीद जो लाखों मैथिल संजोए हुए थे, वो भी खत्म हो जाए.
बता दें कि बियाडा ने आज तक बिहार में एक भी औद्योगिक इकाई खोलने में सफलता नहीं प्राप्त की है. ऐसी संस्था को जमीन देने का एकमात्र उद्देश्य है कि किसी तरह दोनों चीनी मिल में अवस्थित मिल के स्क्रैप को रैयाम की तरह बेचकर करोड़ो रुपये का गबन किया जाए.
हस्तांतरित करने के खिलाफ करेंगे आंदोलन
एमएसयू संस्थापक सदस्य अनूप मैथिल ने कहा कि एमएसयू के कार्यकर्ता किसी भी हाल में चीनी मिल के स्क्रैप को मिल से बाहर नहीं जाने देगें. इसके लिए अगर हमें अपना खून भी बहाना होगा, तो हम एमएसयू सेनानी इसे बहाने के लिए तैयार है. सकड़ी और रैयाम चीनी मिल के अलावा मिथिला क्षेत्र में पड़ने वाले मोतीपुर चीनी मिल, मुजफ्फरपुर, बनमनखी चीनी मिल,पूर्णिया को बियाडा को हस्तांतरित करने के खिलाफ जिलो में आंदोलन करेंगे. साथ ही जनता को सरकार के इस गलत इरादे से अवगत करवाएंगे.