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CAA के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय का धरना, सरकार से कानून वापस लेने की मांग - minorities protest against caa

धरना दे रहे लोगों ने कहा कि सरकार को इस काले कानून को वापस लेना ही होगा. इन लोगों के मुताबिक सीएए और एनआरसी कानून के कारण आज पूरा देश जल रहा है.

सीएए धरना
सीएए धरना
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Published : Jan 19, 2020, 8:11 AM IST

मधुबनी: देशभर में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध जारी है. जिले में भी अल्पसंख्यक समुदाय ने इस कानून के विरोध में प्रदर्शन किया. साथ ही समाहरणालय के पास अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

मधुबनी विधायक समीर कुमार महासेठ भी धरने के समर्थन में पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार देश की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ चुकी है. विधायक समीर ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की जीडीपी 4 .5% कहा जा रहा है, जबकि सच्चाई ये है कि यह 3% से भी कम है. उन्होंने ये भी कहा कि विश्लेषक जबरन गलत आंकड़ा पेश कर रहे हैं.

madhubani
सीएए के विरोध में लोग

'वापस कानून लें सरकार'
धरना दे रहे लोगों ने कहा कि सरकार को इस काले कानून को वापस लेना ही होगा. सीएए और एनआरसी कानून के कारण आज पूरा देश जल रहा है. लोगों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार को जल्द से जल्द इस कानून को खत्म करे, नहीं तो हमारा आंदोलन और तेज होगा.

मधुबनी से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

प्रदर्शन के समर्थन में लोग
बता दें कि इस प्रदर्शन के समर्थन में पूर्व जिला पार्षद सईदा बानो, मधुबनी विधायक समीर कुमार महासेठ, माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, कांग्रेस के विधायक भावना झा अन्य विपक्षीय पार्टी समर्थन में हैं.

मधुबनी: देशभर में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध जारी है. जिले में भी अल्पसंख्यक समुदाय ने इस कानून के विरोध में प्रदर्शन किया. साथ ही समाहरणालय के पास अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

मधुबनी विधायक समीर कुमार महासेठ भी धरने के समर्थन में पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार देश की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ चुकी है. विधायक समीर ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की जीडीपी 4 .5% कहा जा रहा है, जबकि सच्चाई ये है कि यह 3% से भी कम है. उन्होंने ये भी कहा कि विश्लेषक जबरन गलत आंकड़ा पेश कर रहे हैं.

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सीएए के विरोध में लोग

'वापस कानून लें सरकार'
धरना दे रहे लोगों ने कहा कि सरकार को इस काले कानून को वापस लेना ही होगा. सीएए और एनआरसी कानून के कारण आज पूरा देश जल रहा है. लोगों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार को जल्द से जल्द इस कानून को खत्म करे, नहीं तो हमारा आंदोलन और तेज होगा.

मधुबनी से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

प्रदर्शन के समर्थन में लोग
बता दें कि इस प्रदर्शन के समर्थन में पूर्व जिला पार्षद सईदा बानो, मधुबनी विधायक समीर कुमार महासेठ, माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, कांग्रेस के विधायक भावना झा अन्य विपक्षीय पार्टी समर्थन में हैं.

Intro:नागरिकता संसोधन बिल को लेकर मुस्लिम समुदाय के द्वारा अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन,विधायक ने लिया भाग मधुबनी


Body:मधुबनी
नागरिकता संशोधन बिल को वापस लेने को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय के सैकड़ों महिला पुरुष ने समाहरणालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं ।धरना प्रदर्शनकरियो ने ढ़ोल बाजे के साथ नारेबाजी कर रहे हैं केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विभिन्न पार्टियों के द्वारा भी समर्थन मिल रही हैं। आज मधुबनी विधायक समीर कुमार महासेठ भी धरना स्थल पर पहुंचे। केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा देश की जीडीपी 4 . 5% कहा जा रहा है जबकि 3% से कम जीडीपी देश की है ।मुंबई दिल्ली के विश्लेषक को जबरन गलत आंकड़ा देश के सामने पेश करने का दबाव दिया जा रहा है। वह लोग नौकरी छोड़ने पर विवश हो रहे हैं ।देश की जनता को दिग्भ्रमित किया जा रहा है। यह देश उन लोगों का नहीं है देश जनता की है। पिछले 50 वर्षों का आंकड़ा लिया गया था जिसमें 16 करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद भी सही नहीं मिल पायाएक राज्य को। जनता इतना दिन शांतथी लेकिन अब नहीं रहेगी उन्होंने कहा हम इस आंदोलन को प्रमोट नहीं कर रहे हैं लेकिन उनके साथ कदम से कदम मिलाकर जरूर चलेंगे। बता दूं इनके समर्थन में पूर्व जिला पार्षद सईदा बानो,मधुबनी विधायक समीर कुमार महासेठ ,माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, कांग्रेस के विधायक भावना झा सभी समर्थन कर रहे हैं यह लोग अपनी मांग पर डटे हुए हैं।
बाइट समीर कुमार महासेठ विधायक मधुबनी
बाइट अध्यक्ष धरना प्रदर्शन कमिटि
राज कुमार झा,मधुबनी


Conclusion: इन प्रदर्शनकारियों की मांग मानी जाएगी या नहीं यह देखना दिलचस्प होगा यह लोग भारी संख्या में 7 तारीख से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं ।
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