मधुबनी: जिले में शराब का अवैध धंधा करने वालों की हिम्मत इनती बढ़ गई है कि वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं डर रहे. एक ऐसी ही घटना रहिका थाना क्षेत्र के रहिका पुल के पास घटी. अवैध शराब बेचने की गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम छापा मारने गई थी. अंधेबाजों और उनके लोगों ने पुलिस के जवानों पर हमला कर दिया. हमले में रहिका थानाध्यक्ष अरविंद कुमार समेत तीन जवान गंभीर रूप से जख्मी हो गए. सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया.
टूट गई थानाध्यक्ष के हाथ की हड्डी
पुलिस की टीम गुप्त सूचना पर अवैध शराब कारोबारी को पकड़ने के लिए पहुंची थे. पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों से शराब बेचने के बारे में पूछताछ की तो धंधेबाजों ने हमला कर दिया. लोगों ने पुलिस पर पथराव किया. नजदीक से कुछ लोगों और महिलाओं ने थानाध्यक्ष के बांये हाथ पर जोर से पत्थर मार दिया, जिससे उनके हाथ की हड्डी टूट गई.
थाना प्रभारी को बचाने में एएसआई उपेंद्र प्रसाद और एक पुलिस के जवान जख्मी हो गए. स्थानीय लोगों ने कुछ देर तक जख्मी हालत में पुलिस अधिकारी को घेरकर बंधक बना लिया. काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस की टीम भीड़ के बीच से बाहर निकल पाई. इसके बाद जख्मी जवानों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. जख्मी पुलिसकर्मियों ने बताया कि धंधेबाज ने महिलाओं और कुछ उपद्रवी लोगों को उकसा कर हमला कराया.
"अवैध शराब कारोबारी के घर पर पुलिस छापेमारी करने पहुची थी, जिसमें पुलिस पर हमला कर दिया गया. हमले में रहिका थानाध्यक्ष समेत तीन पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं. घटना में संलिप्त 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 50 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है."- कामनी बाला, सदर डीएसपी
सीपीआई ने की पुलिस पर हमले की निंदा
"जब से नीतीश कुमार की नई सरकार बनी है तब से पुलिस के संरक्षण में शराब की तस्करी और शराब की बिक्री जोरों पर चलने लगी है. पुलिस की संरक्षण में शराब का कारोबार किया जा रहा है. जब शराब धंधेबाज पुलिस की बातों को मानने से इनकार करता है या तालमेल में किसी तरह की गड़बड़ी होती है तो यह इस तरह की घटनाएं होती हैं. हमारी पार्टी इस घटना की कड़ी निंदा करती है. हमारी मांग है कि मधुबनी के एसपी पुलिस अधिकारियों को शराब माफियाओं पर कंट्रोल करने की हिदायत दें."- मिथिलेश झा, जिला सचिव, सीपीआई