मधुबनीः नेपाल के तराई क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जिले की नदियां उफान पर है. कमला, कोसी, भूतही, गागन, गेहूमा सभी नदियां उफान पर है. बाढ़ के पानी से सैकड़ों एकड़ खेतों में लगे फसल बर्बाद हो चुके हैं. लोगों के घर खेत-खलिहान, स्कूल हर जगह पानी का सैलाब उमड़ा हुआ है. जिसके कारण लोगों की जिंदगी मुश्किल हो चुकी है.
कई नदियां उफान पर
जिले के फुलपरास विधानसभा क्षेत्र के मधेपुर प्रखंड के बलथी पंचायत में ईटीवी भारत से पहले कोई भी मीडिया इन बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने नहीं पहुंचा है. इस पंचायत के लोगों ने बताया आज तक कोई अधिकारी, जनप्रतिनिधि, यहां नहीं आए, ना ही कोई मीडिया के कर्मी आए, सिर्फ आप यहां आए है.
चारों ओर जल का सैलाब
बता दें कि इन लोगों के घर कोसी और गेहूमा नदी के बीच में अवस्थित है. चारों ओर जल का सैलाब फैला हुआ है. चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. लोगों के घर खेत-खलिहान, स्कूल, मदरसा हर जगह पानी ही पानी फैला हुआ है. इन लोगों को 6 महीना बाढ़, छह महीना सुखाड़ की जिंदगी जीना पड़ता है. लेकिन इनके व्यवस्था को देखने ना सांसद, ना विधायक, ना मंत्री यहां तक कि पंचायत के मुखिया भी नहीं पहुंचे. जिसके कारण इन लोगों में काफी आक्रोश है.
गांव के लोगों में आक्रोश
गांव के लोगों ने ईटीवी भारत को धन्यवाद देते हुए बताया कि आप के माध्यम से हमलोगों का कुछ दुःख दर्द दूर हो सके. करीब 30 हजार की आबादी इस बाढ़ की त्रासदी से त्रस्त है. फुलपरास विधानसभा का यह क्षेत्र उपेक्षा का शिकार है. यह क्षेत्र फुलपरास की जदयू विधायक गुलजार देवी का है, जो दो बार विधायक रह चुकी है.