मधुबनी: देश में आज डिजिटल इंडिया की बात हो रही है. लेकिन धरातल पर कुछ नहीं काम हो पा रहा है. जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड के मैनी मुसहरी में विकास का कर्य अधूरा परा हुआ है. यहां 60 घर की आबादी पर केवल एक चापाकल है. इसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पीने के लिए पानी नहीं
पांच सौ के आबादी वाले इस बस्ती में पानी पीने के लिए सिर्फ एक चापाकल मिला हुआ है. लोग यहां लाइन में लगकर पानी लेने को मजबूर है. इस गांव के महादलित लोगों को ना ही शौचालय और ना ही आवास योजना का लाभ मिला है. इसके कारण लोगों काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
'नहीं मिला अभी तक राशन कार्ड'
कई परिवार को राशन कार्ड भी नहीं मिला हुआ है. बच्चे को दूर के स्कूल में पढ़ाई करने जाना पड़ता है. राम सदाय ने बताया कि बच्चे को पढाई के लिए दूर जाने में काफी परेशानी होता हैं. उन्होंने कहा कि एक चापाकल पर पानी बारी-बारी से लेनी पड़ती हैं. वहीं, शौचालय निर्माण कार्य नहीं किया गया है. साथ ही गरीब लोगों को घर नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.