मधुबनीः बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जिले में बिहार क्रांति महासम्मेलन वर्चुअल रैली का आयोजन किया. इस दौरान अघिक से अधिक सीटों पर उम्मीदवार उतारने को लेकर चर्चा की गई. साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद ने सरकार पर मिथिला की उपेक्षा का भी आरोप लगाया.
'नहीं हुआ कोई विकास'
पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद ने कहा कि बिहार में 1990 से हमारी सरकार नहीं है. उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में अगर हमारी सरकार बनती है तो मधुबनी पेंटिग के कलाकारों को प्रात्साहित किया जाएगा. सभी बंद उद्योग धंधों को शुरू किया जाएगा. उन्होंने एनडीए पर हमला करते हुए कहा कि लगातार कई सालों से बीजेपी और जेडीयू की सरकार है लेकिन मिथिला में कहीं कोई विकास नहीं हुआ है.
'नौजवानों को सरकार ने नहीं दी नौकरी'
डॉ शकील अहमद ने कहा कि सरकार ने पहले मैथिली भाषा की पढ़ाई बंद करवाई फिर उन्होंने मिथिला की पहचान मखाना को बिहार का मखाना घोषित कर दिया. मधुबनी के तीनों चीनी मिल को बंद कर दिए गए. पंडौल सुता फैक्ट्री का मुद्दा काफी चर्चा का विषय रहा. 5 लाख रिक्त पद होने के बाद भी नीतीश सरकार ने नौजवानों को नौकरी नहीं दी.
'बढ़ रही हैं अपराध की घटनाएं'
पूर्व मंत्री बढ़ते अपराध को भी मुद्दा बनाया. उन्होंने कहा कि आए दिन महिलाओं पर हो रहे अपराध, हत्या, लूट और अपहरण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. शकील अहमद ने कोरोना को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सरकार जनता की मदद करने में पूरी तरह विफल साबित हुई है.
'नीतीश सरकार की विदाई का संकेत'
डॉ शकील अहमद ने कहा कि वर्चुअल रैली में पूरे जिले के सभी प्रखंडों से दस हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया. साथ ही आमजनों का सहयोग भी काफी देखने को मिला. फेसबुक लाईव में अबतक 1 लाख 20 हजार लोगों इसे ने देखा और सुना. वहीं, मुख्यमंत्री की वर्चुअल रैली में पूरे बिहार से पन्द्रह हजार लोग भी शरीक नहीं हुए. यह नीतीश सरकार की विदाई का संकेत है.
'मजबूत है पार्टी'
जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष प्रो. शीतलाम्बर झा ने कहा कि मधुबनी में कांग्रेस पार्टी सभी दृष्टिकोण से बहुत ही मजबूत है. जिले में प्रदेश नेतृत्व और केंद्रीय नेतृत्व अधिक से अधिक सीटों पर उम्मीदवार उतारे तो यह कांग्रेस की शत प्रतिशत जीत सुनिश्चित करेगी.