मधुबनी: नेपाल के तराई क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश के कारण जिले की नदियां एक बार फिर उफान पर हैं. कमला, कोसी, भूतही, गागन, गेहूमा सभी नदियां उफान पर हैं. बाढ़ का पानी सैकड़ों एकड़ फसल को बर्बाद कर दिया है. लोगों के घर खेत खलिहान स्कूल हर जगह पानी का सैलाब उमड़ा हुआ है. लोगों की जिंदगी दुबर हो चुकी है.
30 हजार बाढ़ से है प्रभावित
जिले के फुलपरास विधानसभा क्षेत्र के मधेपुर प्रखंड के सात पंचायत का हाल बेहद खराब है. इन 7 पंचायत के करीब 30000 से अधिक आबादी बाढ़ से द्वारा प्रभावित हुई है. इन लोगों का जीवन यापन का सहारा एकमात्र नाव ही है. इन क्षेत्रों के स्कूल, मदरसे, मंदिर और घरों में पानी प्रवेश कर गया है. चुनाव को लेकर किसी भी जनप्रतिनिधि के द्वारा इन लोगों की सुधि नहीं ली गई है, जिनसे लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है.
पीड़ितों का हाल लेने नहीं आया कोई भी नेता
इन बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने दुख दर्द बांटने के लिए इस क्षेत्र का दौरा कोई भी नेता ने नहीं किया है. लोगों ने बताया कि आज तक कोई अधिकारी, जनप्रतिनिधि, मंत्री, सांसद कोई नहीं आए. साफ तौर पर इन लोगों के दर्द बयां कर रही है. इन लोगों के घर कोसी नदी के बीच में अवस्थित है. चारों ओर जल का सैलाब फैला हुआ है. पानी ही पानी नजर आ रहा है. लोगों के घर खेत खलिहान स्कूल हर जगह पानी ही पानी फैला हुआ है.
इस क्षेत्र की विधायक हैं जदयू की गुलजार देवी
इन लोगों को 6 महीना बाढ़ छह महीना सुखार की जिंदगी जीना पड़ता है, लेकिन इनके व्यवस्था को देखने ना सांसद, ना विधायक ना मंत्री यहां तक कि पंचायत के मुखिया भी नहीं पहुंचे. क्षेत्र के लोगों ने ईटीवी भारत को धन्यवाद देते हुए बताया आप के माध्यम से हमलोगों का कुछ दुख दर्द दूर हो सके. करीब 30 हजार की आबादी इस बाढ़ की त्रासदी से इस इलाके में त्रस्त है. फुलपरास विधानसभा का यह क्षेत्र है और उपेक्षा का शिकार है. यह क्षेत्र फुलपरास की जदयू विधायक गुलजार देवी का है दो बार विधायक रह चुकी है, लेकिन क्षेत्र के लोग विकास की बाट खोज रहा है.