मधेपुराः नियोजित शिक्षकों की ओर से जारी हड़ताल सरकार के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. राज्य में 26 फरवरी से इंटरमीडिएट परीक्षा के मूल्यांकन का कार्य शुरू होना था. जिसको लेकर बिहार बोर्ड ने पत्र भी जारी किया था, लेकिन शिक्षकों की ओर से जारी अनिश्चितकालिन हड़ताल की वजह से पहले दिन ही मूल्यांकन का कार्य पूरी तरह से ठप रहा.
मूल्यांकन केंद्रों पर पसरा सन्नाटा
माध्यमिक शिक्षक संघ सहित कई अन्य शिक्षक संगठनों ने भी मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. जिसकी वजह से सदर अनुमंडल में बनाए गए तीन मूल्यांकन केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहा. माध्यमिक शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया कि संघ की ओर से हड़ताल, तालाबंदी और अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी है. उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक समान काम, समान वेतन की मांग सहित कई अन्य मांगों को लेकर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया है.
क्या है इनका कहना ?
वेदव्यास महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आलोक कुमार ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निर्देश पर 26 फरवरी से इंटरमीडिएट परीक्षा का मूल्यांकन कार्य शुरू होना था. जिसमें कुल 124 शिक्षकों ने योगदान किया, लेकिन मूल्यांकन कार्य शुरू होने से पहले ही वित्त रहित शिक्षक संघ, संयुक्त संघर्ष मोर्चा और माध्यमिक शिक्षक संघ ने शिक्षकों को रोककर कार्य का बहिष्कार कर दिया.