मधेपुरा: मधेपुरा (Madhepura News) नगर परिषद कार्यालय (City Council Office In Madhepura) में बीते छह दिनों से ताला लटका हुआ है और काम काज पूरी तरह से ठप है. नगर परिषद के कर्मी और अधिकारी कार्यालय के बाहर ही कुर्सी डालकर पहरेदार की तरह दिन काटने को मजबूर हैं.
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कार्यालय के बाहर कर्मियों के साथ कुर्सी पर बैठे नगर प्रबंधक से इस बाबत पूछने पर उन्होंने बताया कि बीते छह दिनों से अधिकांश वार्ड पार्षदों के द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन आंदोलन के तहत कार्यालय में तालाबंदी कर विरोध प्रदर्षण किया जा रहा है. जिस वजह से कार्यलय का कार्य पूरी तरह से बाधित है.
कार्यलय के मुख्य द्वार पर ही बैठना पड़ रहा है. तालाबंदी की वजह से बाहर ही बैठकर जो कार्य मोखिक रूप से हो सकता है ऐसे कार्य का निष्पादन करने का प्रयास किया जा रहा है.- नजमुल जफर, नगर प्रबंधक, मधेपुरा
वहीं इस मामले में कार्यपालक पदाधिकारी अजय कुमार ने फोन पर नगर परिषद के कामकाज ठप होने से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि जो भी कामकाज चल रहा था पूर्व की भांति चल रहा है. जब उनसे पूछा गया कि कार्यालय के मुख्य गेट में ही तालाबंदी है तो फिर कामकाज कहां से चल रहा है. जब उनसे पूछा गया कि नगर परिषद के नए कार्यालय का पता क्या है तो उन्होंने बात को टालते हुए कहा कि दो-चार दिन में सब ठीक हो जाएगा.
नगर परिषद कार्यलय में अपने कार्यों के लिए आ रहे आमजन को बेरंग वापस लौटना पड़ रहा है. गुरुवार को भी जयप्रकाश नगर निवासी अंजन कुमार, महर्षि मेही नगर वार्ड संख्या 5 निवासी कमलेश्वरी मंडल सहित अन्य लोगों ने बताया कि कार्यालय में तालाबंदी और वार्ड पार्षदों के आंदोलन से कोई भी कार्य नहीं हो पा रहा है. बीते चार दिनों से इन लोगों को इसी तरह से बिना अपना काम कराए ही लौटने को मजबूर होना पड़ रहा है.
दरअसल मामला मुख्य पार्षद के चयन का है. बीते 6 अगस्त को तत्कालीन मुख्य पार्षद सुधा कुमारी के खिलाफ भारी बहुमत से अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसके बाद अब तक मुख्य पार्षद की कुर्सी खाली पड़ी है. मुख्य पार्षद सुधा कुमारी के विरोध में 22 पार्षदों के द्वारा पारित किए गए अविश्वास प्रस्ताव के महीनों बीतने के बाद भी मुख्य पार्षद की चयन नहीं हुआ. चयन प्रक्रिया नहीं होने से आक्रोशित वार्ड पार्षदों ने नगर पार्षद संघर्ष समिति के बैनर तले बीते 18 सितंबर से चरणबद्ध तरीके से अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया. आंदोलन के पहले दिन से ही नगर परिषद कार्यालय के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर कामकाज को पूरी तरह से बाधित कर दिया गया था तो वहीं प्रत्येक दिन तरह तरह से वार्ड पार्षदों के द्वारा शहर में प्रदर्शन भी किया जा रहा है.
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