मधेपुराः बिहार के कई जिले इन दिनों बाढ़ की चपेट में हैं. जिले के चौसा प्रखंड स्थित फुलौत वेस्ट पंचायत सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित इलाकों में शामिल है. इसका जायजा लेने सांसद दिनेशचंद्र यादव पहुंचे तो लेकिन वे बाढ़ प्रभावित लोगों से नहीं मिले. सांसद बीच नदी से ही नाव पर बैठे-बैठे हाथ हिलाकर चले गए. जिससे लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला.
20 दिन बाद जायजा लेने पहुंचे सांसद
बाढ़ प्रभावित लोगों का कहना है कि जब सांसद ने नाव से उतरकर हमलोगों की समस्या को देखा और सुना ही नहीं तो फिर जायजा लेने से क्या फायदा? लोगों ने बताया कि सांसद 20 दिन बाद जायजा लेने पहुंचे थे. लेकिन बीच नदी से ही हाथ हिलाकर अभिवादन करते हुए निकल गए.
'नहीं है कोई व्यवस्था'
सांसद के इस रवैये से आहत होकर बाढ़ प्रभावित लोगों ने सांसद के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि हमलोगों तक कोई सहायता नहीं पहुंची है. यहां न तो लोगों के खाने के लिए राशन है और न ही अन्य कोई व्यवस्था. साथ ही गांव से बाहर निकलने के लिए एक भी सरकारी नाव तक नहीं है.
बाढ़ से भारी तबाही
स्थानीय लोगों ने कहा कि जब बिहार में जेडीयू की सरकार है और सांसद भी उसी पार्टी के हैं तो फिर बाढ़ के 20 दिन बाद भी राहत सामग्री क्यों उपलब्ध नहीं कराई जा रही है. वहीं, सांसद दिनेशचंद्र यादव ने कहा कि जिले में बाढ़ से भारी तबाही मची हुई है. इसके लिए सरकार और जिला प्रशासन से बात कर उचित राहत सामग्री देने पर विचार किया जाएगा. अब देखना होगा कि कब तक लोगों तक राहत सामग्री पहुंचती है.