मधेपुरा: जिले के आलमनगर विधानसभा क्षेत्र के जेडीयू विधायक सह बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नरेन्द्र नारायण यादव अपने पैतृक गांव बाला टोल में जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याओं का सामाधन करते हैं. नरेन्द्र नारायण यादव विधानसभा क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी के साथ साथ जनता दरबार में आने वाले लोगों पर नजर बनाए रखते हैं. वहीं अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी देते रहते हैं. यही कारण है कि जिले में विकास कार्य तेजी चल रहा है.
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बता दें कि, विधायक नरेंद्र नारायण यादव ने अपने राजनीति जीवन की शुरुआत आज से पांच दशक पूर्व पंचायत के मुखिया पद से कि थी. इसके बाद वो प्रखंड प्रमुख बने फिर 1990 से लेकर अब तक लागातार आलमनगर विधानसभा क्षेत्र से लगातार विधायक बनते आ रहे हैं. इस दौरान नरेंद्र नारायण यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार में इस बार छोड़कर (यानी 2005 से लेकर 2015) तक कैबिनेट मंत्री के पद पर आसीन रहे. फिर भी जब मधेपुरा आते थे, तो अपने आवास पर जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनते रहे.
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मधेपुरा और भागलपुर के बीच 7 किलोमीटर के पुल निर्माण की मिली स्वीकृति
सबसे खास बात यह है कि जिस समय नरेंद्र नारायण यादव पंचायत के मुखिया हुआ करते थे, उसी समय से जनता दरबार अपने घर पर लगाया करते थे. यह सिलसिला विधायक और मंत्री बनने तक आज भी जारी है. पूर्व मंत्री ने कहा कि मधेपुरा और भागलपुर के बीच फुलौत में कोसी नदी पर लगभग 7 किलोमीटर के पुल निर्माण की स्वीकृति भारत सरकार द्वारा मिल गई है और निर्माण कार्य प्रारंभ भी होने वाला है. उन्होंने कहा कि अब भागलपुर के एनएच-31 बिहपुर से लेकर एनएच 106 मधेपुरा होते हुए सुपौल के वीरपुर स्थित फोर लेन से सीधा जुड़ जाएगा. विधायक नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि पुल और एनएच बन जाने से भागलपुर से लेकर सुपौल तक का इलाका व्यवसायिक दृष्टिकोण से खुशहाल हो जाएगा.