मधेपुरा: जिले के मंडल कारा में व्याप्त कुव्यवस्था और अधिकारियों की मनमानी के विरोध में कैदियों द्वारा कई दिनों से भूख हड़ताल खत्म हो गया. कैदियों द्वारा भूख हड़ताल से तिलमिलाए जेल प्रशासन ने जोर जबरदस्ती लाठी के बल पर भूख हड़ताल पर बैठे कैदियों को डरा धमकाकर भूख हड़ताल खत्म करवा दिया.
वहीं एक कैदी ने फिर भी भूख हड़ताल नहीं खत्म किया. उनकी बिगड़ती स्थिति को देखते हुए आनन फानन में देर रात उसे ईलाज के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा में भर्ती कराया गया है. जहां उचित दवा तथा स्लाइन चढ़ाया जा रहा है.
कैदियों को जेलर द्वारा प्रताड़ित करने का मामला
इस मामले में कैदी अमरेंद्र कुमार साह ने ईटीवी भारत से आप बीती सुनाते हुए कहा कि जेलर के द्वारा बराबर सभी कैदी को प्रताड़ित किया जाता है और कैदी के साथ अमानवीय व्यवहार के साथ साथ जानवर की तरह खाना मनमाने तरीके से दिया जाता है. इतना ही नहीं कैदी के लिए सरकार द्वारा मिलने वाली सारी सुविधा का लाभ जेल के अधिकारी और कर्मचारी तक ही सिमटकर रह जाता है.
कैदियों को भेड़ बकरी की तरह रखने का मामला
कैदी अमरेंद्र कुमार ने आगे कहा कि जेल में भेड़ बकरी की तरह कैदियों को रखा जाता है. इसके लिए जब कैदी आवाज उठाते हैं तो सेल में बंदकर मार पीट गाली गलौच किया जाता है. पीड़ित कैदी अमरेन्द्र कुमार साह ने जिला अधिकारी से स्वयं जेल की निरीक्षण करने की मांग कि है ताकि जेल में व्याप्त कुव्यवस्था तथा जेल प्रशासन की मनमानी का पर्दाफाश हो सके. अब देखने वाली बात होगी कि कब तक जेल की स्थिति में सुधार हो पाता है.