मधेपुरा: जिले के फ्रेंड्स ऑफ आनंद के जयपालपट्टी कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में फ्रेंड्स ऑफ आनंद के अलावा सुशांत सिंह राजपूत के चाहने वाले भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे. इस मौके पर फ्रेंड्स ऑफ आनंद के सदस्यों ने कहा कि सुशांत बिहार के बेटे के अलावा एक संपूर्ण सफल कलाकार भी थे. लेकिन फिल्मनगरी मुंबई का बॉलीवुड कला का नहीं पैसे और वर्चश्व के पीछे चल रहा है. यहां अब कला एक गोरखधंधे का अवसर बनकर रह गया है.
मुंबई पुलिस पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस से न्याय मिलना असंभव लग रहा है. इसलिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश की जन भावना को समझते हुए सीबीआई जांच करने की अनुसंशा गृह मंत्रालय को भेजकर सराहनीय कदम उठाया है. सुशांत सिंह को इंसाफ का मतलब संपूर्ण कलाकार जगत को इंसाफ मिलना होगा. उन्होंने महाराष्ट्र पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमें तो शुरू से ही लग रहा था. वहां की पुलिस मामले को डायवर्ट कर रही है. जिस तरह से मुंबई पुलिस बिहार पुलिस के साथ व्यवहार कर रही है. इससे तो स्पष्ट हो गया कि सुशांत की हत्या की गई है और वहां की पुलिस दबाव में कर रही है.
'होगा दूध का दूध और पानी का पानी'
वहीं, ऐसे में बिहार के मुख्यमंत्री की ओर से सीबीआई की जांच की अनुशंसा केंद्र सरकार से कर दी गई है तो अब न्याय की उम्मीद जगी है. उनका कहना था कि सुशांत सिंह राजपूत सच्चे और सफल कलाकार थे. उनके पास पैसा, शोहरत और सपने पूरे करने का जज्बा था तो फिर आत्महत्या क्यों करते ऐसा वे सोच ही नहीं सकते. इसलिए स्प्ष्ट है कि सुशांत की हत्या साजिश रचकर कराई गई है. फ्रेंड्स ऑफ आनंद के नेताओं ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सीबीआई जांच में दूध का दूध और पानी का पानी होगा और हत्यारों को फांसी की सजा होगी.