मधेपुरा: लगातार हो रही मूसलधार बारिश से कोसी समेत उसकी तीन सहायक नदियां उफान पर है. इस कारण जिले के दर्जनों गांवों सहित शहर के कई वार्डों में पानी घुस गया है. जिसके कारण लोगों का जीना हराम हो गया है. वहीं, लोग घर छोड़कर ऊँचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं.
बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसा बाढ़ पहले कभी नहीं आया था. लेकिन इसबार लागातार रुक-रुककर हो रही बारिश और जिला मुख्यालय के बगल से गुजरने वाली सहायक कोसी नदी उफान पर है. विनाशकारी बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित हुए है. हैरत की बात तो यह है कि कुसहा त्रासदी 2008 में भी इस कदर बाढ़ का पानी घरों में नहीं घुसा था.
प्रशासन पर मदद नहीं करने का आरोप
बाढ़ पीड़ितों का कहाना है कि दुख की इस घड़ी में हमलोगों को कोई देखने वाला नहीं है. इतना ही नहीं अभी तक मंत्री, एमपी, एमएलए और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की नींद नहीं खुली है. उन्होंने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दावा कर रहे है कि बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद की जाए. ताकि पीड़ितों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो. लेकिन आज तीन दिन बीतने के बाद भी अभी तक कोई अधिकारी सुध लेने नहीं आये हैं.
समाजिक कार्यकर्ता ने दिया सहयोग
स्थानीय समाजिक कार्यकर्ता के सहयोग से पानी में फंसे दर्जनों बाढ़ पीड़ितों को सकुशल नाव से बाहर निकाला गया है. उल्लेखनीय बात तो यह है कि डीएम और एसपी निवास के आस पास के मुहल्ले ही सबसे अधिक प्रभावित है. वहीं,एसडीओ वृंदा लाल ने कहा शहर से जल्द पानी की निकासी किया जाएगा.