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मधेपुरा: हत्या के आरोपी का नाम छांटने को लेकर विरोध में उतरे परिजन, किया आमरण अनशन का ऐलान - मधेपुरा एसडीपीओ वशी अहमद

कला भवन परिसर में मृतक के परिजन भूख हड़ताल पर बैठे हैं. उन्होंने हत्या में शामिल 12 आरोपी के निर्दोष बताए जाने का विरोध किया.

अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे परिजन
अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे परिजन
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Published : Aug 4, 2020, 5:15 PM IST

मधेपुरा(भर्राही): जिले के भर्राही सहायक थाना अंतर्गत भदौल गांव में दिनदहाड़े हुई एक निर्मम हत्या मामले के आरोपी को एसडीपीओ ने निर्दोष करार दिया है. जिसके बाद पीड़ित पक्ष के लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मृतक के परिजन अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं.

दरअसल, भर्राही सहायक थाना अंतर्गत भदौल गांव में बीते 3 जुलाई को सत्यनारायण यादव नामक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी. आपसी विवाद में 25-30 आदमी ने मिलकर पहले उसे बेरहमी से मारा-पीटा और उसके बाद हत्या कर दी. सूचना मिलने के बाद खुद मधेपुरा एसडीपीओ वशी अहमद घटनास्थल पर पहुंचे थे.

madhepura
आमरण अनशन का ऐलान

परिजनों ने दर्ज कराई थी शिकायत
मृतक सत्यनारायण यादव के परिजन ने हत्या में शामिल 17 लोगों को नामजद किया. हत्या के एक महीने गुजर जाने के बाद भी आज तक पुलिस ने एक भी नामजद आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया. बल्कि 12 नामजद आरोपी को एसडीपीओ ने निर्दोष साबित करते हुए नाम छांट दिए हैं.

क्या है मांग?
भूख हड़ताल पर बैठे मृतक के परिजनों ने बताया कि जब तक एसडीपीओ के आदेश को रद्द करते हुए छांटे गये 12 आरोपी के नाम को नहीं जोड़ा जाएगा तब तक भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे. उन्होंने कहा कि पुलिस हत्या में शामिल लोगों को इसलिए बचा रही है क्योंकि हत्यारे को सत्ताधारी दल के नेता का संरक्षण प्राप्त है.

मधेपुरा(भर्राही): जिले के भर्राही सहायक थाना अंतर्गत भदौल गांव में दिनदहाड़े हुई एक निर्मम हत्या मामले के आरोपी को एसडीपीओ ने निर्दोष करार दिया है. जिसके बाद पीड़ित पक्ष के लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मृतक के परिजन अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं.

दरअसल, भर्राही सहायक थाना अंतर्गत भदौल गांव में बीते 3 जुलाई को सत्यनारायण यादव नामक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी. आपसी विवाद में 25-30 आदमी ने मिलकर पहले उसे बेरहमी से मारा-पीटा और उसके बाद हत्या कर दी. सूचना मिलने के बाद खुद मधेपुरा एसडीपीओ वशी अहमद घटनास्थल पर पहुंचे थे.

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आमरण अनशन का ऐलान

परिजनों ने दर्ज कराई थी शिकायत
मृतक सत्यनारायण यादव के परिजन ने हत्या में शामिल 17 लोगों को नामजद किया. हत्या के एक महीने गुजर जाने के बाद भी आज तक पुलिस ने एक भी नामजद आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया. बल्कि 12 नामजद आरोपी को एसडीपीओ ने निर्दोष साबित करते हुए नाम छांट दिए हैं.

क्या है मांग?
भूख हड़ताल पर बैठे मृतक के परिजनों ने बताया कि जब तक एसडीपीओ के आदेश को रद्द करते हुए छांटे गये 12 आरोपी के नाम को नहीं जोड़ा जाएगा तब तक भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे. उन्होंने कहा कि पुलिस हत्या में शामिल लोगों को इसलिए बचा रही है क्योंकि हत्यारे को सत्ताधारी दल के नेता का संरक्षण प्राप्त है.

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