मधेपुराः बिहार के मधेपुरा में बीएन मंडल यूनिवर्सिटी कैंपस में शुक्रवार को पंचम दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. इसमें बिहार के महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शिरकत किया. राज्यपाल ने समारोह का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इस मौके पर दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने संबोधित करते हुए छात्रा को मोटिवेट किया.
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मधेपुरा में दीक्षांत समारोहः राज्यपाल ने कहा कि यह शिक्षांत समारोह नहीं, दीक्षांत समारोह है. इसलिए यहां से प्रमाण पत्र लेकर जाने वाले छात्रों से निवेदन है कि वे बाहर में अपने व्यवहार व उत्तम विचार का परिचय देंगे ताकि यूनिवर्सिटी का सम्मान कायम हो सेके. उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा लाई गई नई शिक्षणीति देश के युवाओं के लिए वरदान साबित होगा. भारत के युवा रोजगार मांगने नहीं जाएंगे, बल्कि रोजगार देने का काम करेंगे.
"यहां ये छात्र प्रमाण पत्र बाहर लेकर जाएंगे, वे रोजगार मांगने का काम नहीं करे बल्कि रोजगार देने का प्रयास करें. मैं बिहार सरकार से अपील करूंगा कि बिहार के सभी यूनिवर्सिटी की व्यवस्था सुधारने की दिशा में सार्थक पहल करें." - राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, राज्यपाल, बिहार
43 छात्र को गोल्ड मेडलः उन्होंने बिहार सरकार से मांग करते हुए कहा कि बिहार के सभी यूनिवर्सिटी की व्यवस्था सुधारने की दिशा में सार्थक पहल करें ताकि बिहार में शिक्षा हासिल करने बाहर का छात्र आ सके. बता दें कि पंचम दीक्षांत समारोह में महामहिम के द्वारा आज विभिन्न बिषयों में 43 छात्र को गोल्ड मेडल 75 पीएचडी धारक सहित 583 छात्रों को प्रमाणपत्र दिया गयाय. गोल्ड मेडल लेने वाले छात्र एवं छात्राओं ने महामहिम के हाथों से पुरस्कार पाने पर काफी खुशी जाहिर की है.
नई शिक्षा नीति फायदेमंदः छात्रों ने बताया कि आज का दिन उनलोगों के लोगों के लिए बहुत ही खुशी का दिन है. महामहिम राज्यपाल के द्वारा सम्मानित होने का मौका मिला. इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने छात्रों को अच्छे आचरण करने का संदेश दिया. भारत सरकार द्वारा लागू किए गए नई शिक्षा नीति 2020 को काफी फायदेमंद बताया. कहा कि क्या अंग्रेज आकर के हमारे यहां शिक्षा नीति लागू करते हैं जो कहीं से भी अच्छा नहीं था. 76 वर्षों के शासनकाल में शिक्षा के कारण जो कमियां थी उसे नई शिक्षा नीति 2020 में दूर कर छात्रों के हित में सोचा गया है.