मधेपुरा: मधेपुरा के बीपी मंडल अभियंत्रण महाविद्यालय (BP Mandal Engineering College) में सरस्वती पूजा मनाने को लेकर छात्रों और महाविद्यालय प्रशासन के बीच विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि आक्रोशित छात्रों ने समझाने गई पुलिस को काफी देर तक मेन गेट बंदकर अंदर रोककर रखा. आक्रोशित छात्रों ने बताया कि हमलोगों ने प्राचार्य अरविंद कुमार अमर को आवेदन देते हुए कैम्पस में सरस्वती पूजा करने की मांग की थी. लेकिन प्राचार्य ने सरस्वती पूजा में प्रतिमा स्थापित करने से मना कर दिया.
छात्रों के साथ मारपीट का आरोप: छात्रों का यह भी आरोप है कि कॉलेज के प्राचार्य और फैकल्टी एसडी सिंह ने कुछ छात्रों के साथ मारपीट भी की है. मारपीट के दौरान कई छात्रों को कमरे में बंद कर दिया था और सभी को रेस्टीकेट करने की धमकी दी गयी. छात्रों ने कहा कि किसी भी बात पर सीधे कॉलेज से निकालने की धमकी दी जाती है. इस तरह कई छात्रों को रेस्टीकेट भी किया जा चुका है. प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि उनको कॉलेज में मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति दी जाए.
"छात्रों ने कई बार कॉलेज में सरस्वती पूजा करने के लिए कहा. लेकिन सभी को मूर्ति रखने से मना करते हुए अलग-अलग तीनों हॉस्टल में बड़ा फोटो लेकर पूजा करने के लिए निर्देश दिया गया. सभी छात्रों ने पहले इस बात को मान लिया. दो दिन छात्रों ने इस बात को मानने से इंकार करते हुए हंगामा करने लगे. तत्काल एक पत्र जारी करते हुए कॉलेज में सार्वजनिक रूप से सरस्वती पूजा करने से मना कर दिया गया है. जिसे सरस्वती पूजा मनाना है, वह अपने-अपने कमरे में ही पूजा करें". -अरविंद कुमार अमर, कॉलेज प्राचार्य
सार्वजनिक सरस्वती पूजा पर रोक: कॉलेज पहुंचे थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी गयी है. साथ ही कॉलेज के छात्रों को भी समझाने का प्रयास किया गया. लेकिन छात्र किसी भी बात को मानने से इंकार करते हुए हंगामा करते रहे. हालांकि, बाद में जिस छात्र के साथ मारपीट की बात कही थी, वह छात्र मारपीट से इंकार कर दिया है. इधर, कॉलेज प्रशासन ने छात्रों का हंगामा देखते हुए एक सर्कुलर जारी किया है. जिसमें सार्वजनिक तौर पर सरस्वती पूजा करने पर रोक लगा दी गयी है.