मधेपुरा: नागरिकता संशोधन कानून और एनपीआर को लेकर उठा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार को जिले में बहुजन क्रांति मोर्चा ने कला भवन का सामने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया. उन्होंने सीएए और एनपीआर को काला कानून बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की. इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही आगामी 26 मार्च को भारत बंद का ऐलान किया.
मौके पर बहुजन क्रांति मोर्चा के जिला अध्यक्ष दिनेश ऋषि देव ने कहा कि इस समाज ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया है और अब यही सरकार हमसे नागरिकता मांग रही है. जब सरकार बनाने वाले हम लोग हैं तो हमारी नागरिकता को सुनिश्चित करने वाली सिर्फ सरकार कैसे हो सकती है?
कानून को वापस लेने के लिए धरना जारी
आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि जब तक यह कानून वापस नहीं होता तब तक बहुजन क्रांति मोर्चा का आंदोलन जारी रहेगा. वहीं, प्रदर्शनकारियों में शामिल बीवी अफसाना ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह एक काला कानून है. हम इसके विरोध में धरना दे रहे हैं. अब सरकार चाहे हम पर गोली चलवाए या हमें जेल में डाले. हम पीछे नहीं हटेंगे.