मधेपुरा: जिले से गुजरने वाले एनएच 106 और 107 पिछले तीन साल से जानलेवा तथा जर्जर बने हुए हैं. एनएच पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं. जिसके कारण मधेपुरा-सहरसा, मधेपुरा-पूर्णिया और मधेपुरा-विहपुर के बीच लोगों का एनएच पर पैदल चलना दूभर हो गया है. इन सड़कों की हालत बद से बदतर हो गई है. लेकिन सरकार उदासीन बनी हुई है.
'नेता नहीं देते ध्यान'
बिहार सरकार ने इन दो सड़कों को एनएच में तब्दील तो जरूर कर दिया है, लेकिन आज तक इन सड़कों पर निर्माण कार्य नहीं हो सका है. यही कारण है कि सड़कों की हालत जर्जर है. गौरतलब है कि मधेपुरा से होकर गुजरने वाले एनएच 106 और107 पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में बने थे. इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय स्तर के नेता पिछले नब्बे की दशक से करते आ रहे हैं. लेकिन आज तक किसी ने भी इन सड़कों की दुर्दशा पर ध्यान नहीं दिया. फिलहाल इसका प्रतिनिधित्व जेडीयू के नेता दिनेशचंद्र यादव कर रहे हैं.
NH के जीर्णोद्धार तक जारी रहेगा आंदोलन
आंदोलन में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता गुलजार कुमार का कहना है कि नेताओं की खामोशी के कारण जिले के 32 गैर राजनीतिक संगठन पिछले 13 अगस्त से लगातार आंदोलन कर रहे हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को शहर में बाजार बंद और चक्का जाम किया गया है. जिसमें समाज के हर वर्ग के लोग खुलकर सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जबतक एनएच का जीर्णोद्धार नहीं किया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा.