लखीसराय: बिहार में शराबबंदी (Liquor ban in Bihar) कानून लागू है. बावजूद इसके शराब खरीदने और बेचने का अवैध कारोबार अभी भी धड़ेल्ले से किया जा रहा है. वैसे तो सरकार और पुलिस प्रशासन इन अवैध कारोबारियों पर लगाम लगाने के लाख दावे करती रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां करती है. ताजा मामला लखीसराय जिले का है. यहां के एक शिक्षक सेवक और उसके परिवार की पिटाई कर दी गई. वह भी सिर्फ इसलिए कि उसने अपने मोहल्ले में शराब बेचे जाने की सूचना पुलिस को दी थी. जब इस बात की सूचना आरोपियों को लगी तो वे शिक्षक सेवक और घर की महिलाओं की जमकर पिटाई लगा दी.
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जानकारी के अनुसार लखीसराय जिले के कवैया थाना अंतर्गत जय नगर निवासी शिक्षक सेवक सखीचंद मांझी ने अपने मोहल्ले में शराब बेचने और शराब रखने की सूचना स्थानीय थाना को गुप्त तरीके से दी थी. जिसके बाद पुलिस ने सूचना के आधार पर छापेमार कार्रवाई की. हालांकि इस कार्रवाई में पुलिस को विशेष सफलता हाथ नहीं लगी. जब आरोपियों की इस बात की भनक लगी कि सूचना मोहेल्ले में रहने वाले शिक्षक सेवक ने दी है तो वे पुलिस के जाते ही उसके साथ बहस करने लगे. इस दौरान आरोपियों ने पहले शिक्षक सेवक की जमकर पिटाई की. जब घर की महिलाएं बीच बचाव करने आई तो आरोपियों ने उन्हें भी नहीं छोड़ा.
मारपीट में शिक्षक सेवक और उसकी बेटी बुरी तरह से घायल हो गई. जिन्हें इलाज के लिए लखीसराय सदर अस्पताल भर्ती कराया गया. मामले की शिकायत लखीसराय के जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह (DM Sanjay Kumar Singh) को आवेदन के माध्यम से की गई है. जिलाधिकारी ने पुलिस को जांच के बाद दोषियों को पकड़ने के आदेश दिए है. पीड़ित शिक्षक सेवक के अनुसार पड़ोस में रहने वाली सुनीता देवी पति संजय चौधरी, सोनिया देवी पति स्वर्गीय नंदन चौधरी तथा रीता देवी स्वर्गीय नरेश चौधरी के द्वारा शराब बिक्री की सूचना देने पर बहस हुई. वह पढ़ाने के लिए प्राथमिक उच्च विद्यालय जा रहा था. इसी दरमियान इन लोगों ने घेर कर पिटाई कर दी
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