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अनचाहे गर्भ के दौरान बरतें सावधानी, सरकार के इन कार्यक्रमों से ले सकते है पूरी जानकारी - Important meeting of health committee

सीएस ने कहा कि गर्भ निरोधक साधनों का उपयोग जनसंख्या स्थिरीकरण के साथ बेहतर प्रजनन स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. इसको लेकर जिला स्तर से लेकर सामुदायिक स्तर तक परिवार नियजोजन कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट-

अनचाही प्रेगनेंसी
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Published : Jan 1, 2021, 6:12 PM IST

Updated : Jan 1, 2021, 6:38 PM IST

लखीसराय: जिले में स्वास्थ्य समिति की अहम बैठक की गई. इस बैठक में गर्भ-निरोधक साधनों के उपयोग से अनचाहे गर्भ से बचने पर चर्चा की गई. अनचाहे गर्भ से जहां माताओं को बच्चों के बेहतर देखभाल में मुश्किलें आती हैं. वहीं इससे माता और शिशु के स्वास्थ्य प्रभावित होने की संभावना भी बढ़ जाती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार विकासशील देशों में 21 करोड़ से अधिक महिलाएं अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाना चाहती हैं, जिसका परिणाम बिहार के लखीसराय में भी देखने को मिला है.

परिवार नियोजन के बेहतर परिणाम के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है. सरकारी प्रयासों का ही ये परिणाम है कि सामुदायिक जागरूकता में कई चुनौतियों के बीच गर्भ-निरोधक के उपयोग के साधन ने मिसाल पेश की है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-4 के अनुसार लखीसराय जिले में 15 साल से 49 साल तक की 34 प्रतिशत महिलाएं किसी ना किसी गर्भ-निरोधक साधन का उपयोग करती थी.

ईटीवी भारत(GFX)
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वहीं, राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 के अनुसार 67 प्रतिशत महिलाएं किसी ना किसी गर्भ-निरोधक साधन का उपयोग कर रही हैं, जबकि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-4 के अनुसार 34 प्रतिशत महिलाएं नवीन गर्भ-निरोधक साधन का इस्तेमाल करती थीं. अब राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 के अनुसार 50 प्रतिशत महिलाएं इस साधन का उपयोग कर रही हैं.

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'गर्भ-निरोधक साधनों का उपयोग जनसंख्या स्थिरीकरण के साथ बेहतर प्रजनन स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. इसको लेकर जिला स्तर से लेकर सामुदायिक स्तर तक परिवार नियजोजन कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं'. डॉ. आत्मनन्द, सिविल सर्जन

ईटीवी भारत(GFX)
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वर्ष 2025 तक प्रजनन दर 21 प्रतिशत करने का लक्ष्य मिशन विकास परिवार के तहत लक्ष्य निर्धारित किया गया है. साथ ही परिवार नियोजन कार्यक्रमों को मजबूती प्रदान करने के लिए मिशन विकास परिवार के तहत कुछ विशेष सेवाओं को शामिल किया गया है, जिसमें 'नवीन गर्भनिरोधक साधन', अंतरा और छायाएं सारथी वैन से परिवार नियोजन पर जागरूकता, नव दंपति के लिए नयी पहेली किट और सामुदायिक जागरूकता के लिए सास-बहू सम्मेलन जैसी नवीन गतिविधियों को शामिल किया गया है.

लखीसराय: जिले में स्वास्थ्य समिति की अहम बैठक की गई. इस बैठक में गर्भ-निरोधक साधनों के उपयोग से अनचाहे गर्भ से बचने पर चर्चा की गई. अनचाहे गर्भ से जहां माताओं को बच्चों के बेहतर देखभाल में मुश्किलें आती हैं. वहीं इससे माता और शिशु के स्वास्थ्य प्रभावित होने की संभावना भी बढ़ जाती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार विकासशील देशों में 21 करोड़ से अधिक महिलाएं अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाना चाहती हैं, जिसका परिणाम बिहार के लखीसराय में भी देखने को मिला है.

परिवार नियोजन के बेहतर परिणाम के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है. सरकारी प्रयासों का ही ये परिणाम है कि सामुदायिक जागरूकता में कई चुनौतियों के बीच गर्भ-निरोधक के उपयोग के साधन ने मिसाल पेश की है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-4 के अनुसार लखीसराय जिले में 15 साल से 49 साल तक की 34 प्रतिशत महिलाएं किसी ना किसी गर्भ-निरोधक साधन का उपयोग करती थी.

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वहीं, राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 के अनुसार 67 प्रतिशत महिलाएं किसी ना किसी गर्भ-निरोधक साधन का उपयोग कर रही हैं, जबकि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-4 के अनुसार 34 प्रतिशत महिलाएं नवीन गर्भ-निरोधक साधन का इस्तेमाल करती थीं. अब राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 के अनुसार 50 प्रतिशत महिलाएं इस साधन का उपयोग कर रही हैं.

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'गर्भ-निरोधक साधनों का उपयोग जनसंख्या स्थिरीकरण के साथ बेहतर प्रजनन स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. इसको लेकर जिला स्तर से लेकर सामुदायिक स्तर तक परिवार नियजोजन कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं'. डॉ. आत्मनन्द, सिविल सर्जन

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वर्ष 2025 तक प्रजनन दर 21 प्रतिशत करने का लक्ष्य मिशन विकास परिवार के तहत लक्ष्य निर्धारित किया गया है. साथ ही परिवार नियोजन कार्यक्रमों को मजबूती प्रदान करने के लिए मिशन विकास परिवार के तहत कुछ विशेष सेवाओं को शामिल किया गया है, जिसमें 'नवीन गर्भनिरोधक साधन', अंतरा और छायाएं सारथी वैन से परिवार नियोजन पर जागरूकता, नव दंपति के लिए नयी पहेली किट और सामुदायिक जागरूकता के लिए सास-बहू सम्मेलन जैसी नवीन गतिविधियों को शामिल किया गया है.

Last Updated : Jan 1, 2021, 6:38 PM IST
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