लखीसराय: जिले में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. लेकिन नगर परिषद इसको लेकर उदासीन है. नगर परिषद की ओर से शहर में सैनिटाइजिंग का काम नहीं करवाया जा रहा है. वहीं, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी पर कोरोना संक्रमण के समय में भी लूट की योजना बनाने का आरोप लगाया गया है.
वार्ड नंबर 30 के वार्ड पार्षद प्रकाश महतो ने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर शहर में 3 महीने से अधिक समय से सैनिटाइजिंग का काम किया जा रहा है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि लखीसराय के मेन रोड के अलावा कहीं भी आज तक सैनिटाइजिंग का कार्य नहीं किया गया है. नगर परिषद के कुल 33 वार्ड सैनिटाइजिंग से वंचित है.
फायर बिग्रेड कर्मी ने भी लगाया आरोप
इसके अलावा सैनिटाइजिंग का काम करने वाले फायर बिग्रेड के कर्मी ने बताया कि विभाग की ओर से सैनिटाइजिंग के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइट कम मात्रा में दिया जाता है. जिससे वो पूरे एरिया का सैनिटाइजिंग नहीं कर पाता है. फायर ब्रिगेड कर्मी ने बताया कि विभाग की ओर से उसे सिर्फ 10 लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइट ही मुहैया करवाया जाता है.
सीओ ने किया आरोपों को खारिज
इस मामले को लेकर नगर परिषद के सीओ दीपक कुमार ने बताया कि बड़ी गाड़ी में चार हजार लीटर पानी की मात्रा होती है. इसमें 12 से 15 लीटर ही सोडियम हाइपोक्लोराइट मिलाया जा सकता है. ज्यादा मात्रा देने से लोगों को नुकसान पहुंच सकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि शहर के लगभग सभी सड़कों और नगर परिषद के 33 वार्ड में घर-घर जाकर सैनिटाइजिंग का काम किया गया है.