लखीसराय: नक्सली मुठभेड़ में मारे गए दारोगा रोशन कुमार के घर पर मातम पसरा हुआ है. वहीं, दारोगा के घर नेताओं का आना-जाना भी शुरू हो चुका है. मंत्री ललन सिंह और बाहुबली विधायक अनंत कुमार सिंह दारोगा के परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया.
जब भी जरूरत पड़े, तो उन्हें याद करें
दरअसल, गया और औरंगाबाद जिले की सीमा पर हुए नक्सली हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दारोगा रोशन कुमार मारे गए थे. उनके अंतिम संसकार के बाद मोकामा और लखीसराय में गम का माहौल है. विधायक अनंत कुमार सिंह ने रोशन कुमार के परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि जब भी कोई जरूरत पड़े तो उन्हें याद करें. वो हर तरह से उनकी मदद के लिए तैयार है.
सबको मिले एक जैसा सम्मान
विधायक ने कहा कि भारत सरकार को देश की एकता और अखंडता बनाए रखना चाहिए. इसके लिए बॉर्डर पर लड़ने वाले वीर जवानों ओर नक्सलियों के साथ लड़ने वाले वीर जवानों को बराबर रूप से सम्मान दिया जाए. क्योंकि दोनों ही देश के लिए मर मिटे हैं. दोनों ने ही देश के रक्षा के लिए अपनी जान दी है.
साथ ही बिहार सरकार से मांग की है कि जिस तरह बॉर्डर पर लड़ने वाले सिपाहियों को सम्मान दिया जा रहा है. उसी तरह से गया के जंगलों में लड़कर मारे जाने वाले रोशन को भी सम्मान मिलनी चाहिए.