लखीसराय: बिहार के लखीसराय के कुंडली गांव के रहने वाले भक्तन कोड़ा को पुलिस ने हार्डकोर नक्सली बताकर बुधवार को गिरफ्तार किया है. वहीं भक्तन कोड़ा की गिरफ्तारी के मामले में नया मोड़ आ गया है. आरोपी के परिजन और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने उसे निर्दोष बताकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और कार्यालय का घेराव किया. हालांकि पुलिस अधीक्षक ने परिजनों को आश्वस्त किया है कि निर्दोष होने पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.
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बता दें कि नक्सल एसपी अभियान अमृतेश कुमार ने उसे कछुआ के जंगल के पास से गिरफ्तार किये जाने का दावा किया था. उन्होंने बताया था कि अभियुक्त 2013 में पटना धनबाद-इंटरसिटी एक्सप्रेस में आरपीएफ जवानों की हत्या कर हथियार लूटने एवं बिहार पुलिस के अवर निरीक्षक की हत्या करने में भी शामिल था. पुलिस इसकी कुंडली खंगालने में जुटी है. माओवादी शीर्ष नेता अरविंद यादव और बालेश्वर कोडा सहित अर्जुन कोडा के विश्वासी करीबी व्यक्ति में ये भी शामिल था.
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भक्तन कोड़ा की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने पर परिजनों के साथ ग्रामीण चानन थाने पहुंचे. वहां कोई जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से सूचना ली. उसके बाद सभी लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर भक्तन कोड़ा को बेकसूर बताते हुए प्रदर्शन किया और एसपी कार्यालय का घेराव करते हुए हंगामा किया. लोगों ने तत्काल रिहाई करने की मांग की. ग्रामीणों ने बताया कि भक्तन कोड़ा नक्सली नहीं झाड़-फूंक करने का काम करता है.
ग्रामीणों के हंगामा करने की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार को मिली. तो उन्होंने परिजनों को बुलाकर कि 2013 में वह हत्या का आरोपी है और फरार चल रहा था. अगर वह निर्दोष होगा तो उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.