लखीसराय: सावन महीने की अंतिम सोमवारी को जिले के इंद्र धनेश्वर महादेव मंदिर में लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ी थी. भक्त जलाभिषेक के लिए लम्बी कतार में खड़े थे. इसी दौरान मंदिर में किसी ने यह अफवाह फैला दी कि पुलिस लाठियां भांज रही है. यह सुनकर वहां मौजूद लोग भागने लगे. मंदिर परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. लोग इधर-उधर गिरने लगे. जिसमें एक कांवड़िया की मौत हो गई.
घायलों को अस्पताल भेजा गया
हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने इस खबर की अधिकारिक पुष्टि नहीं की है. उन्होंने कहा है कि अधिक गर्मी होने के कारण कांवड़िया की मौत हो गई. वहीं, पुलिस ने अपने बचाव में कहा कि मंदिर में कोई भगदड़ नहीं हुआ. बता दें कि फिलहाल घटनास्थल पर स्थिति सामान्य बनी हुई है. वहीं, मंदिर के बाहर और भीतर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई गई है. मंदिर के चारों तरफ बैरीकेटिंग की गई है. घटना की जानकारी मिलते ही मुंगेर प्रमंडल डीआईजी मनु महाराज, इंद्र दमनेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष जिलाधिकारी और उपाध्यक्ष एसडीएम मुरली प्रसाद सिंह घटना स्थल पहुंचे और घायलों को अस्पताल भेज दिया.
सरकार से जांच की मांग
इस घटना को लेकर लखीसराय राजद जिला अध्यक्ष और विधायक प्रहलाद यादव ने कहा कि अशोक धाम में होने वाली भगदड़ की घटना से मैं मृतक के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. उनके परिजनों को सरकार और जिला प्रशासन मुआवजा दे. मैं इस घटना की सरकार से जांच की मांग करता हूं. प्रशासनिक लापरवाही के कारण अशोक धाम में इतनी बड़ी भीड़ को नहीं संभाला जा सका. जिला प्रशासन मे डीएम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष है. वहीं, एसडीओ उपाध्यक्ष हैं. उसके बाद भी अशोक धाम में भगदड़ होना प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है. वहीं, प्रशासन इस भगदड़ को लीपापोती करना चाहती है.