लखीसराय: जिले की पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने दर्जनों नक्सल अटैक गतिविधियों में संलिप्त हार्डकोर नक्सली शंकर यादव को जंगलों में कांबिंग ऑपरेशन के दौरान गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया नक्सली पिछले 5 सालों में कई गंभीर वारदातों को अंजाम दे चुका है. शंकर यादव का गिरफ्तार होना पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है.
कई घटनाओं को दिया अंजाम
एसपी ने बताया कि शंकर यादव ने वर्ष 2017 में भूना यादव, बब्लु यादव, विकास कुमार और संजय यादव का अपहरण कर लिया था. जिसमें तीन लाख की फिरौती भी ली गई थी. वहीं, मुंगेर जिले के खड़कपुर के मुखिया के भतीजे के अपहरण करने में भी इनका नाम है. जिसमें 21 लाख रुपए की फिरौती ली गई थी. वहीं, पुनाढीह गांव के राजेश यादव की हत्या में भी शामिल था. इसके अलावा भी शंकर यादव के द्वारा कई घटनाओं को अंजाम दिया गया है.
लठीया कोड़ासी से किया गिरफ्तार
लखीसराय एसपी सुशील कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन अभियान पवन उपाध्याय के नेतृत्व में जमालपुर एआरजी अभियान दल, चीता-17,18 कोबरा- 207 और जिला पुलिस के सहयोग से पीरी बाजार थाना क्षेत्र के लठीया कोड़ासी पहाड़ी इलाकों में कांबिंग ऑपरेशन के दौरान लखीसराय के लहसोड़बा गांव के निवासी हार्डकोर नक्सली शंकर यादव को पुलिस गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि वह पीछले 5 सालों से नक्सल गतिविधियों में मुख्य रूप से सक्रिय था. वह नक्सली कमांडर प्रवेश दाएफ अनुज की टीम के साथ रहता था. युवाओं को बहला-फुसलाकर नक्सली संगठन में शामिल करने के लिए प्रेरित करता था. इन 5 सालों के दौरान हार्डकोर नक्सली शंकर यादव द्वारा बहुत सारी घटनाओं का अंजाम दिया गया है.