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नशे के ढेर में खड़ा लखीसराय, 2020 में उत्पाद विभाग को मिली उपलब्धियां

जिले में पुलिस और उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने शराब माफियाओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया. बात करे वित्तीय वर्ष 2020 में तो उत्पाद विभाग को बड़ी उपलब्धि मिली है. जिसकी आखिरी साल तक की बात करें तो लखीसराय के जांबाज सिपाही और उत्पाद विभाग के अधिकारी से शराबबंदी में शराब छुपाना अब मुश्किल हो गया है.

excise department
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Published : Dec 28, 2020, 2:39 PM IST

लखीसराय: बिहार में मध निषेध लागू होने के बाद इस साल वित्तीय वर्ष 2020 में काफी संघर्षशील होते हुए भी बड़ी उपलब्धि हासिल की है. जिसमें कई लोगों को मध निषेध कानून नियम के तहत जेल भेजा गया. वहीं, शराब तस्करों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया गया. जहां तस्करों पर कार्रवाई करते हुं नशाखोरी को बंद करने की कोशिश जारी है.

वर्ष 2020 में बिहार सरकार के द्वारा लागू नियम के विरुद्ध अब तक शहर में 7 प्रखंडों में उत्पाद विभाग की बड़ी कार्रवाई की है. आंकड़े की बात करें तो इस साल में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. जिसकी आखिरी साल की बात करें तो कुछ इस प्रकार सफलता हाथ आई है.

शराब बरामद
शराब बरामद

'पाताल' से शराब का जखीरा बरामद
लखीसराय जिले के 15 किलोमीटर दूर जौक्मेला गांव के लोग शराब बनाने और बेचने के नाम से विख्यात है. इस जगह से पुलिस और उत्पाद विभाग के एक एक अधिकारी इस गांव से अवगत है. अगर सरकारी रिकॉर्ड को भी देखा जाय तो इस गांव का नाम सबसे पहले होता है, जहां शराब बंदी के बाद भी लोग शराब बेचने का काम करते हैं. सूचना के बाद उत्पाद विभाग और पुलिस ने जमीन के नीचे छिपा रखी महुआ शराब बरामद की.

शैलेंद्र कुमार चौधरी, अधीक्षक, उत्पाद विभाग
शैलेंद्र कुमार चौधरी, अधीक्षक, उत्पाद विभाग

ये भी पढ़ें - लखीसराय में 'पाताल' से शराब का जखीरा बरामद

हजारों लीटर महुआ शराब और जावा को किया नष्ट
चानन प्रखंड में वैसे तो हर दिन महुआ और जावा का खरीद ब्रिकी होती थी. लोग शराब पीने काली पहाड़ी जाते थे. जंगल के कारण शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने में मुश्किल होती थी. इस बार चानन के झार जंगल में छापेमारी की गयी. जिसमें इस वर्ष करीब हजारों लीटर महुआ शराब और जावा को नष्ट किया गया.

देखें वीडियो

ये भी पढ़ें - उत्पाद विभाग ने काली पहाड़ी के जंगलों में की छापेमारी, शराब माफिया मौके से फरार

बीते दिनों में कजरा जंगल में उत्पाद विभाग के आलाधिकारी और स्थानीय कजरा पुलिस के सहयोग से विभिन्न जगहों पर छापेमारी की गई. इस छापेमारी के दरम्यान कुल 40 लीटर चुलाई शराब, 1050 किलो जावा महुआ घटना स्थल पर ही नष्ट किया गया. इसमें दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. जिसमें कजरा थाना में मुकदमा दर्ज करके दो लोगों को जेल भेज दिया गया.

ये भी पढ़ें - लखीसराय के कजरा जंगल में उत्पाद विभाग का छापा

अप्रैल से 13 दिसंबर तक के छापे में हुई कार्रवाई के आंकड़े

  • कुल छापेमारी - 1840
  • मामला दर्ज - 250
  • गिरफ्तारी - 119
  • जेल हाजत - 119
  • अज्ञात मामला दर्ज - 97
  • फरार अपराधी - 111
  • विषैले शराब लीटर - 4778
  • चुआई शराब लीटर - 3772
  • जामई शराब किलो ग्राम - 49630
  • देशी शराब लीटर - 6.400
  • अबैध देसी लीटर - 711.400
  • ताड़ी - 60.000
  • बीयर लीटर - 207.500
  • सुषम लीटर - 82.0
  • भाग किलो ग्राम - 1.938
  • गांजा - 502.06
  • महुआ फूल किलो ग्राम 00

कुल जब्त वाहन

  • मोटर साइकिल - 21
  • चार पहिया - 3
  • साइकिल - 1
  • तीन पहिया - 6
  • घर का कमरा -1
  • नाव - 3
  • ई-रिक्शा - 1

उत्पाद विभाग की कार्रवाई
'जिले के जोकमेला गांव में कुल 17 नाम दर्ज अभियुक्त शराब बेचने में दर्ज किया जाता रहा है. और यह लगातार पिछले कई सालों से यहीं नाम सामने आती है. कुछ यही हाल गंगटा गांव का है जहां की कुल 11 लोगों का नाम सामने आता है यहां पर भी लोग शराब बेचने से बाज नहीं आते.'- शैलेंद्र कुमार चौधरी, अधीक्षक, उत्पाद विभाग

नक्सल प्रभावित इलाके में परेशानी
'वहीं, शहर के नगर थाना अन्तर्गत बालगूदर, हरुहर नदी, चरोखर, कजरा, सहित कोड़ासी जंगल मे लगातार शराब बेचने और चुआने की बात सामने आती है. जबकि परेशानी का सबक चानन थाने की है जहां नक्सल प्रभावित इलाक होने के कारण कम छापेमारी होती है.'- शैलेंद्र कुमार चौधरी, अधीक्षक, उत्पाद विभाग

ये भी पढ़ें - 'हलधर' और अरुणाचल में टूट, इन दो मुद्दों पर क्या होगा नीतीश का मास्टर प्लान?

पुलिस को मिल रही है सफलता
'जब से बिहार सरकार के द्वारा मध निषेध कार्यक्रम चलाया गया. उस दिन से लगातार उत्पाद विभाग की टीम विभिन्न जगहों पर छापामारी की है और लगातार छापेमारी कर रही है. जिसमें उत्पाद विभाग में नौजवान की टीम अधिक होने के कारण लगातार सफलता मिल रही है. वहीं, पूरे कमिश्नरी इलाके में डॉग की बात अगर करें तो मात्र एक है अगर यह हर शहर में उपलब्ध हो जाए तो शायद शहर से शराब और नशीली पदार्थ खत्म हो जाए.'- शैलेंद्र कुमार चौधरी, अधीक्षक, उत्पाद विभाग

लखीसराय: बिहार में मध निषेध लागू होने के बाद इस साल वित्तीय वर्ष 2020 में काफी संघर्षशील होते हुए भी बड़ी उपलब्धि हासिल की है. जिसमें कई लोगों को मध निषेध कानून नियम के तहत जेल भेजा गया. वहीं, शराब तस्करों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया गया. जहां तस्करों पर कार्रवाई करते हुं नशाखोरी को बंद करने की कोशिश जारी है.

वर्ष 2020 में बिहार सरकार के द्वारा लागू नियम के विरुद्ध अब तक शहर में 7 प्रखंडों में उत्पाद विभाग की बड़ी कार्रवाई की है. आंकड़े की बात करें तो इस साल में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. जिसकी आखिरी साल की बात करें तो कुछ इस प्रकार सफलता हाथ आई है.

शराब बरामद
शराब बरामद

'पाताल' से शराब का जखीरा बरामद
लखीसराय जिले के 15 किलोमीटर दूर जौक्मेला गांव के लोग शराब बनाने और बेचने के नाम से विख्यात है. इस जगह से पुलिस और उत्पाद विभाग के एक एक अधिकारी इस गांव से अवगत है. अगर सरकारी रिकॉर्ड को भी देखा जाय तो इस गांव का नाम सबसे पहले होता है, जहां शराब बंदी के बाद भी लोग शराब बेचने का काम करते हैं. सूचना के बाद उत्पाद विभाग और पुलिस ने जमीन के नीचे छिपा रखी महुआ शराब बरामद की.

शैलेंद्र कुमार चौधरी, अधीक्षक, उत्पाद विभाग
शैलेंद्र कुमार चौधरी, अधीक्षक, उत्पाद विभाग

ये भी पढ़ें - लखीसराय में 'पाताल' से शराब का जखीरा बरामद

हजारों लीटर महुआ शराब और जावा को किया नष्ट
चानन प्रखंड में वैसे तो हर दिन महुआ और जावा का खरीद ब्रिकी होती थी. लोग शराब पीने काली पहाड़ी जाते थे. जंगल के कारण शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने में मुश्किल होती थी. इस बार चानन के झार जंगल में छापेमारी की गयी. जिसमें इस वर्ष करीब हजारों लीटर महुआ शराब और जावा को नष्ट किया गया.

देखें वीडियो

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बीते दिनों में कजरा जंगल में उत्पाद विभाग के आलाधिकारी और स्थानीय कजरा पुलिस के सहयोग से विभिन्न जगहों पर छापेमारी की गई. इस छापेमारी के दरम्यान कुल 40 लीटर चुलाई शराब, 1050 किलो जावा महुआ घटना स्थल पर ही नष्ट किया गया. इसमें दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. जिसमें कजरा थाना में मुकदमा दर्ज करके दो लोगों को जेल भेज दिया गया.

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अप्रैल से 13 दिसंबर तक के छापे में हुई कार्रवाई के आंकड़े

  • कुल छापेमारी - 1840
  • मामला दर्ज - 250
  • गिरफ्तारी - 119
  • जेल हाजत - 119
  • अज्ञात मामला दर्ज - 97
  • फरार अपराधी - 111
  • विषैले शराब लीटर - 4778
  • चुआई शराब लीटर - 3772
  • जामई शराब किलो ग्राम - 49630
  • देशी शराब लीटर - 6.400
  • अबैध देसी लीटर - 711.400
  • ताड़ी - 60.000
  • बीयर लीटर - 207.500
  • सुषम लीटर - 82.0
  • भाग किलो ग्राम - 1.938
  • गांजा - 502.06
  • महुआ फूल किलो ग्राम 00

कुल जब्त वाहन

  • मोटर साइकिल - 21
  • चार पहिया - 3
  • साइकिल - 1
  • तीन पहिया - 6
  • घर का कमरा -1
  • नाव - 3
  • ई-रिक्शा - 1

उत्पाद विभाग की कार्रवाई
'जिले के जोकमेला गांव में कुल 17 नाम दर्ज अभियुक्त शराब बेचने में दर्ज किया जाता रहा है. और यह लगातार पिछले कई सालों से यहीं नाम सामने आती है. कुछ यही हाल गंगटा गांव का है जहां की कुल 11 लोगों का नाम सामने आता है यहां पर भी लोग शराब बेचने से बाज नहीं आते.'- शैलेंद्र कुमार चौधरी, अधीक्षक, उत्पाद विभाग

नक्सल प्रभावित इलाके में परेशानी
'वहीं, शहर के नगर थाना अन्तर्गत बालगूदर, हरुहर नदी, चरोखर, कजरा, सहित कोड़ासी जंगल मे लगातार शराब बेचने और चुआने की बात सामने आती है. जबकि परेशानी का सबक चानन थाने की है जहां नक्सल प्रभावित इलाक होने के कारण कम छापेमारी होती है.'- शैलेंद्र कुमार चौधरी, अधीक्षक, उत्पाद विभाग

ये भी पढ़ें - 'हलधर' और अरुणाचल में टूट, इन दो मुद्दों पर क्या होगा नीतीश का मास्टर प्लान?

पुलिस को मिल रही है सफलता
'जब से बिहार सरकार के द्वारा मध निषेध कार्यक्रम चलाया गया. उस दिन से लगातार उत्पाद विभाग की टीम विभिन्न जगहों पर छापामारी की है और लगातार छापेमारी कर रही है. जिसमें उत्पाद विभाग में नौजवान की टीम अधिक होने के कारण लगातार सफलता मिल रही है. वहीं, पूरे कमिश्नरी इलाके में डॉग की बात अगर करें तो मात्र एक है अगर यह हर शहर में उपलब्ध हो जाए तो शायद शहर से शराब और नशीली पदार्थ खत्म हो जाए.'- शैलेंद्र कुमार चौधरी, अधीक्षक, उत्पाद विभाग

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