लखीसराय: बिहार के लखीसराय जिले में बीते शनिवार को 15 से 20 की संख्या में नक्सलियों ने डीलर भागवत के 25 वर्षीय बेटे दीपक का अपहरण (Dealer Son Kidnapped) कर लिया था. वहीं, सोमवार की रात नक्सलियों ने दीपक कुमार को मुक्त कर दिया है. बता दें कि दीपक को पीरीबाजार के चौकड़ा राजपुर गांव से अगवा किया गया था.
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दीपक अपहरण के 48 घंटे के बाद सोमवार की रात करीब 11 बजे नक्सलियों की चंगुल से मुक्त होकर घर आ गया. अपहृत युवक के सकुशल लौटने से स्वजनों में खुशी है. अपहृत के पिता भागवत प्रसाद ने बताया कि मेरे बेटे को कजरा के जंगलों में मुक्त किया गया है. दीपक किसी तरह कजरा स्टेशन तक पैदल चलकर पहुंचा. उसने किसी तरह घर वालों को सूचना दी. जिसके बाद उसे वहां से लाया गया. खाली पैर चलने की वजह से उसके पैर में फफोले हो गए हैं.
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बता दें कि नक्सलियों की योजना स्थानीय डीलर भागवत महतो का अपरहण करने की थी. लेकिन स्थिति कुछ ऐसी बनी कि नक्सली भागवत के 25 वर्षीय बेटे दीपक को ही उठा ले गए. दीपक के अपहरण के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई थी. परिजनों ने तुरंत स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी थी. सूचना के आधार पर थानाध्यक्ष ने टीम गठित कर दीपक की बरामदगी के लिए निकल पड़े थे. लेकिन रास्ते में ही पुलिसबलों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में एक नक्सली भी मारा गया.
पुलिस को कुछ हथियार भी मिले थे. नक्सली एके-47 से लैश थे. पुलिस को यह बेहद खतरनाक हथियार मिला. साथ ही कई अन्य हथियार भी बरामद किए गए है. यह मुठभेड़ चौखरा के नजदीक ही भगतपुर से सटे पहाड़ी के पास हुई. दरअसल, फूंक-फूंक कर आगे बढ़ रहे बाइक सवार सुरक्षाबलों को यह अंदेशा तो था ही नक्सली उनपर कभी भी अटैक कर सकते हैं और हुआ भी यही. नकस्लियों ने उन्हें निशाने पर ले लिया और दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई थी.
इस मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की पहचान प्रमोद कोड़ा के रूप में की गई है. वहीं, अपने आप को कमजोर पड़ता देख नक्सली पीछे हट गए. एक नक्सली तो सुरक्षाबलों की नजरों से बचते-बचाते अंधेरे का फायदा उठाते हुए भाग खड़ा हुआ. मुठभेड़ में सुरक्षाबल के जवान बाल-बाल बच गए.