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किशनगंज: भारी बारिश के बाद नर्क बना शहर, नगर परिषद की सुस्ती का खामियाजा भुगत रहे लोग

ज्यादातर वॉर्डों में नाली की सफाई नहीं होने के कारण स्थिति दयनीय बन चुकी है. बारिश होते ही सड़कों में घुटनों भर पानी भर जाता है. लेकिन, नगर परिषद सूचना मिलने के बावजूद भी नाली की सफाई नहीं करते, जिसका खामियाजा आम लोगों को उठाना पड़ रहा है.

सड़कों पर भरा पानी
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Published : Jul 24, 2019, 4:34 PM IST

किशनगंज: शहर में लगातार हो रही बारिश के कारण जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. शहरवासी गंदे पानी और नालों में चलने को मजबूर हैं. लेकिन यहां के मुख्य पार्षद, उप-मुख्य पार्षद चुनाव को लेकर व्यस्त हैं. नगर परिषद के कर्मचारी को जरा भी फर्क नहीं पड़ रहा है. लोगों की परेशानियां तेज बारिश के साथ-साथ बढ़ती जा रही हैं. लेकिन, उनकी सुनने वाला कोई नहीं है.

बारिश के बाद किशनगंज शहर का हाल

नालियों की नहीं होती है सफाई
यहां के नगर परिषद में कुल 34 वॉर्ड हैं. ज्यादातर वॉर्डों में नाली की सफाई नहीं होने के कारण स्थिति दयनीय बन चुकी है. बारिश होते ही सड़कों में घुटनों भर पानी भर जाता है. लेकिन, नगर परिषद सूचना मिलने के बावजूद भी नाली की सफाई नहीं करते. जिसका खामियाजा आम लोगों को इस मौसम में उठाना पड़ रहा है.

kishanganj
सड़कों पर जमा पानी

सड़कें झील में तब्दील
शहर के वॉर्ड नंबर 1, 2, 17 और 18 के साथ-साथ रुइधासा, पश्चिम पाली, सुभाषपल्ली, पानीबाग, लाइन पाड़ा, तघरीया, डुमरिया, सहित कई आवासीय मोहल्लों में नाले का पानी सड़कों पर आ जाता है. सड़कें झील में तब्दील हो जाती हैं. लेकिन नगर परिषद के कर्मचारी लापता रहते हैं.

kishanganj
झील में तब्दील हुई सड़कें

सड़कों पर बहता है नाली का पानी
स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर की नालियों की सफाई नहीं होने के कारण ऐसी स्थिति पैदा होती है. अक्सर बारिश होते ही नालियां जाम हो जाती हैं और सड़कों पर पानी ओवरफ्लो होने लगता है. लोगों ने बताया कि सावन के इस पवित्र महीने में भी उन्हें गंदे पानी को पार कर मंदिर जाना पड़ता है.

मुख्य पार्षद और उपमुख्य पार्षद पर अविश्वास प्रस्ताव
बता दें कि बीते दिनों नगर परिषद के कार्यशैली से नाराज होकर ही मुख्य पार्षद और उपमुख्य पार्षद पर अविश्वास प्रस्ताव लगा है. 5 अगस्त को निर्वाचन आयोग ने किशनगंज नगर परिषद में मुख्य पार्षद और उपमुख्य पार्षद के चुनाव की तिथि तय की है.

किशनगंज: शहर में लगातार हो रही बारिश के कारण जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. शहरवासी गंदे पानी और नालों में चलने को मजबूर हैं. लेकिन यहां के मुख्य पार्षद, उप-मुख्य पार्षद चुनाव को लेकर व्यस्त हैं. नगर परिषद के कर्मचारी को जरा भी फर्क नहीं पड़ रहा है. लोगों की परेशानियां तेज बारिश के साथ-साथ बढ़ती जा रही हैं. लेकिन, उनकी सुनने वाला कोई नहीं है.

बारिश के बाद किशनगंज शहर का हाल

नालियों की नहीं होती है सफाई
यहां के नगर परिषद में कुल 34 वॉर्ड हैं. ज्यादातर वॉर्डों में नाली की सफाई नहीं होने के कारण स्थिति दयनीय बन चुकी है. बारिश होते ही सड़कों में घुटनों भर पानी भर जाता है. लेकिन, नगर परिषद सूचना मिलने के बावजूद भी नाली की सफाई नहीं करते. जिसका खामियाजा आम लोगों को इस मौसम में उठाना पड़ रहा है.

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सड़कों पर जमा पानी

सड़कें झील में तब्दील
शहर के वॉर्ड नंबर 1, 2, 17 और 18 के साथ-साथ रुइधासा, पश्चिम पाली, सुभाषपल्ली, पानीबाग, लाइन पाड़ा, तघरीया, डुमरिया, सहित कई आवासीय मोहल्लों में नाले का पानी सड़कों पर आ जाता है. सड़कें झील में तब्दील हो जाती हैं. लेकिन नगर परिषद के कर्मचारी लापता रहते हैं.

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झील में तब्दील हुई सड़कें

सड़कों पर बहता है नाली का पानी
स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर की नालियों की सफाई नहीं होने के कारण ऐसी स्थिति पैदा होती है. अक्सर बारिश होते ही नालियां जाम हो जाती हैं और सड़कों पर पानी ओवरफ्लो होने लगता है. लोगों ने बताया कि सावन के इस पवित्र महीने में भी उन्हें गंदे पानी को पार कर मंदिर जाना पड़ता है.

मुख्य पार्षद और उपमुख्य पार्षद पर अविश्वास प्रस्ताव
बता दें कि बीते दिनों नगर परिषद के कार्यशैली से नाराज होकर ही मुख्य पार्षद और उपमुख्य पार्षद पर अविश्वास प्रस्ताव लगा है. 5 अगस्त को निर्वाचन आयोग ने किशनगंज नगर परिषद में मुख्य पार्षद और उपमुख्य पार्षद के चुनाव की तिथि तय की है.

Intro:किशनगंज नगर परिषद बारिश के मौसम मे बना नर्क परिषद, शहर के कई मुहल्लों में जल जमाव होने से लोगों को बड़ा परेशानी। वही लोग गंदे पानी पर चलने पर मजबूर हैं तो वहीं दूसरी और नगर परिषद के कर्मचारी मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद चुनाव लेकर व्यस्त। किशनगंज नगर परिषद में कुल 34 वार्ड है लेकिन आधा से ज्यादातर वार्डों में नाली की सफाई नहीं होने से स्थिति दयनीय बन चुका है जिस कारण बारिश होते ही कई सड़कों में घुटना भर पानी जम जाता है लेकिन नगर परिषद को सूचना देने के बावजूद नाली की सफाई नहीं करते जिसका परेशानी आम लोगों को इस मौसम मे उठाना पड़ रहा है।


Body:शहर के वार्ड नंबर 17, वार्ड नंबर 18 ,वार्ड नंबर1, 2,रुइधासा, पश्चिम पाली, सुभाषपल्ली, पानीबाग, लाइन पाड़ा, तघरीया,डुमरिया, सहित कई आवासीय मोहल्लों मे नाली का पानी सड़कों पर आ जाता है जिसे सड़क झील में तब्दील है। लेकिन नगर परिषद के कर्मचारी लापता रहता है। वहीं लोगों ने नगर परिषद के कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर वार्ड पार्षदो को भी दोषी ठहराया है। स्थानीय लोगों का कहना है शहर के नाली का सफाई नहीं होने से ये स्थिति पैदा हो रहा है।अक्सर बारिश होते ही नाली जाम हो जाता है और सड़क पर पानी ओवरफ्लो हो जाता।वहीं लोगों का कहना है सावन के इस पवित्र महीना मे गंदे पानी को पार कर मंदिर जाना पड़ता है।


Conclusion:वहीं स्थानीय लोगों ने बताया नगर परिषद शहर में कामचलाऊ नाली व सड़क निर्माण तो कर देता है। लेकिन सफाई व जल निकासी का व्यवस्था नहीं होने पर स्थानीय लोगों को परेशानी झेलना पड़ता है। नगर परिषद समय रहते शहर का नाली सफाई करता तो आज ये हालत नहीं होता। नगर परिषद शहर में सफाई बजाय टेक्स वसुलने मे लगा रहता है। बतादें बीते दिन नगर परिषद के इन्हीं कार्यशैली के कारन मुख्य पार्षद व उपमुख्य पार्षद पर अविश्वास प्रस्ताव लगा है।और निर्वाचन आयोग ने 5 अगस्त को किशनगंज नगर परिषद में मुख्य पार्षद व उपमुख्य पार्षद चुनाव का तिथि तय किया है।वहीं इस चुनाव को लेकर शहर के ज्यादातर वार्ड पार्षद व्यस्त है और नए नए समीकरण में लगे हैं। वही आम जनता गंदगी से परेशान नजर आ रहे हैं। उनके सुनने वाले कोई नहीं है। ऐसे में नगर परिषद के कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करना लाजमी है।
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