किशनगंज: बिहार के किशनगंज स्थित भूतनाथ गौशाला परिसर के ध्यान फाउंडेशन की ओर से चलाए जा रहे है गौशाला में भूख से 40-50 मवेशियों की मौत हो गई. मवेशियों की मौत के बाद उनके शरीर से आने वाले दुर्गंध से परेशान स्थानीय लोगों ने गौशाला के प्रति विरोध-प्रदर्शन किया. साथ ही प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस मामले पर कार्रवाई की जाए.
संस्था को करनी थी देखभाल
ग्रामीणों ने बताया कि संस्था की ओर से संचालित गौशाला में लगभग 2 हजार से 3 हजार मवेशी मौजूद हैं. जिन्हें पुलिस ने तस्करों से मुक्त करवाकर संस्था को देखभाल के लिए सौंपा था. संस्था को मवेशियों की देखभाल करनी थी. लेकिन इन्हें चारा उपलब्ध नहीं करवाया गया. जिससे इनकी मौत हो गई.
दुर्गंध से परेशान हैं ग्रामीण
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष सुशांत पहुंचे और उन्होंने संस्था के पदाधिकारियों से बात की. उनका कहना है कि सभी पल्ला झाड़ रहे हैं. वहीं गौशाला में कोई सुपरवाइजर मौजूद नहीं है, जो मवेशियों की देखभाल करे. बता दें गौशाला के नजदीक रह रहे ग्रामीण कई दिन से दुर्गंध से परेशान थे. जिसके बाद जब सभी गौशाला गए, तो देखा कि मवेशियों के बीच में ही मृत मवेशी पड़े हुए हैं.
महामारी की आशंका
ग्रामीणों ने इसको लेकर महामारी की आशंका व्यक्त की है. ग्रामीणों का कहना है कि संस्था के ऊपर कार्रवाई हो. वहीं बीजेपी जिला अध्यक्ष ने बताया कि पूरे मामले पर उन्होंने गौशाला के सचिव और अध्यक्ष से बात की है. लेकिन सभी टाल-मटोल रवैया अपना रहे हैं. बता दें इससे पूर्व भी कई बार इस तरह से मवेशियों की मौत का मामला सामने आया है. लेकिन कार्रवाई के नाम पर नतीजा सिफर ही रहा है.