किशनगंज: सीमावर्ती क्षेत्रों में इन दिनों यूरिया की तस्करी जोरों पर है. जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हाल के दिनों में सीमा पर एसएसबी के जवानों ने एक सौ के करीब खाद की बोरी और करीब एक दर्जन साइकिल और कई तस्करों को पकड़कर कस्टम के हवाले किया है.
तीन तस्कर गिरफ्तार
भारत-नेपाल सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल 12वीं बटालियन की एक कंपनी पलसा और ई-कंपनी सिंगिमारी पीओपी के जवानों ने अलग-अलग कार्रवाई करते हुए 39 बोरी खाद के साथ तीन तस्करी के आरोपी को जवानों ने पकड़ा.
क्या कहते हैं डिप्टी कमांडेंट
डिप्टी कमांडेंट बिरेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि पहली जब्ती रविवार की रात 9:30 बजे करीब पलसा बीओपी कमांडर इंस्पेक्टर अजय कुमार की देखरेख और एसआई उत्तम डे के नेतृत्व में अन्य जवानों ने पिलर संख्या 137/2 के पास किया गया. पांच साइकिल पर लगे 14 बोरी यूरिया के साथ दो तस्करी के आरोपी को पकड़ा गया.
अन्य आरोपी फरार
जबकि जवानों की इस कार्रवाई को देखते हुए तस्करी के अन्य आरोपी मौके पर जवानों को चकमा देकर भागने में सफल रहे. हालांकि इस दौरान जवानों ने उनका पीछा किया. लेकिन रात के अंधेरे का फायदा उठाकर गांव की आबादी में भाग गए. यूरिया बॉडी के साथ पकड़े गए व्यक्ति की पहचान नोबीर आलम और मोहम्मद सालिक दोनों कुटवाबिठा गांव के रहने वाले के रूप में की गई है.
कस्टम एक्ट के तहत कार्रवाई
एसएसबी ने बताया कि सभी जप्त यूरिया की बोरी को कस्टम के हवाले और तस्करी के आरोपी को कस्टम एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है. डिप्टी कमांडेंट बिरेंदर सिंह चौधरी ने सीमा पर सभी बीओपी कमांडर को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सीमा पर विशेष चौकसी बरती जाए. किसी भी सूरत पर तस्करी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
कार्यवाहक कमांडेंट ललित कुमार ने कहा कि सीमा पर तस्करी रोकने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है. हमारे जवान आए दिन ऐसे मामलों में कार्रवाई भी कर कर रही है.