किशनगंज: जिले के भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा के गर्वनडांगा थाना के एसएचओ पर गौ तस्करों को मदद करने का आरोप लगा है. दर्जनों स्थानीय लोगों ने शनिवार को किशनगंज एसपी कार्यालय में गर्वनडांगा एसएचओ के खिलाफ आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की.
लोगों ने बताया कि उनका गांव नेपाल सीमा के करीब में बसा हुआ है और यहां आए दिन तस्करी का सामान और मवेशियों की तस्करी होती रहती है. स्थानीय थाना को सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, उल्टा तस्करी के खिलाफ आवाज उठाने वाले ग्रामीणों के ऊपर ही पुलिस ने झूठा केस दर्ज कर दिया.
गौ तस्करों ने किया विरोध
एसपी से मिलने आये ग्रामीणों ने बताया कि बीते 25 जुलाई को कुछ गौ तस्कर गर्वनडांगा में नेपाल सीमा पार से मवेशियों को अवैध तरीके से भारत लाया रहे थे. जिसकी सूचना ग्रामीणों ने एसएचओ को दी. जब मौके पर पुलिस पहुंची तो पुलिसकर्मी बिना वर्दी के मवेशी को जब्त कर थाने ले जा रहे थे. गौ तस्कर पुलिस का विरोध करने लगे. वहीं, पुलिसकर्मी ने बताया कि स्थानीय द्वारा पुलिस को सूचना दी गई. इसी दौरान तस्करों ने चौकीदार पर हमला कर दिया और दूसरे दिन तस्कर के बजाय ग्रामीणों के ऊपर ही उल्टा पुलिस प्रशासन ने केस कर दिया.
मामले की जांच कर कार्रवाई होगी- पुलिस
ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस द्वारा हम लोगों के ऊपर झूठा मामला दर्ज करना दुखद है. तस्करों के खिलाफ सबूत रहने के बाद भी पुलिस ने दूसरे दिन ही पकड़े गए मवेशियों और गौ तस्करों को छोड़ दिया. ग्रामीणों ने एसपी से मांग की है कि मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए और कानून के मददगार और सूचना देने वाले को पुलिस द्वारा बेवजह परेशान होने से बचाया जाए. वहीं, इस मामले में डीएसपी अजय झा ने बताया कि गर्वनडांगा थाना के एसएचओ के खिलाफ आवेदन मिला है. मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.