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किशनगंज मे बंद पड़ा है पोषण पुनर्वास केंद्र, उदासीन बने हैं जिम्मेदार

जिला अस्पताल परिसर में 20 बेडों वाला पोषण पुर्नवास केंद्र बनाया गया है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही के कारण पोषण पुर्नवास केंद्र इन दिनों बंद पड़ा हुआ है. इस कारण मरीजों के परिजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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Published : Jan 29, 2020, 7:20 PM IST

किशनगंज: बिहार में स्वस्थ समाज के लिए बुरी खबर है. यहां की भावी पीढ़ी कुपोषण की शिकार हो रही है. जिले में कुपोषित बच्चों के इलाज के लिए जिला अस्पताल परिसर में 20 बेडों वाला पोषण पुर्नवास केंद्र बनाया गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण पोषण पुर्नवास केंद्र इन दिनों बंद पड़ा हुआ है.

कई महीनों से बंद पड़ा है पोषण पुर्नवास केंद्र
यह पोषण पुर्नवास केंद्र पूर्व में निजी एजेंसी की ओर से संचालन किया जा रहा था. बीते दिनों में इसका एग्रीमेंट खत्म हो चुका था. इसके बाद जिलाधिकारी ने बीते मार्च महीने में 6 माह के लिए एग्रीमेंट की समय-सीमा बढ़ा दी थी. वहीं, राज्य सरकार से अब तक इस संबंध में किसी प्रकार का निर्देश जारी नहीं किया है. इसके बाद से यह पोषण पुर्नवास केंद्र बंद पड़ा हुआ है.

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कई महीनों से बंद पड़ा है पोषण पुनर्वास केंद्र

बंद होने से परिजन परेशान
राज्य सरकार और जिला स्वास्थ समिति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर नहीं है. जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल स्थित 20 बेड का पोषण पुनवार्स केंद्र (एन आर सी) में प्रतिमाह 25 से 30 कुपोषित बच्चे भर्ती होते थे. लेकिन बंद होने से मरीजों के परिजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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बच्चे हो रहे हैं कुपोषित

बता दें कि नियमानुसार इस केंद्र में कुपोषित बच्चों की देखभाल नहीं किया जाना है, बल्कि उन बच्चों के साथ रहने वाली माता की भी देखभाल किया जाना है. इसके अलावा कुपोषित बच्चों के माता-पिता कोएना सी में आने के लिए यात्रा भत्ता 100 रुपये और छुट्टी के समय 50 रुपये की दर से क्षतिपूर्ति की एवज में भी दिया जाना है.

बंद पड़ा है पोषण पुनर्वास केंद्र

'फिर से संचालित होगा कुपोषण केंद्र'
कुपोषण केंद्र बंद मामले पर डीएम हिमांशु शर्मा ने कहा कि कुपोषण केंद्र के बंद होने की सूचना मिली है. उन्होंने कहा कि फिर से उसी एनजीओ का 6 महीना के लिए एग्रीमेंट बढ़ा दिया जाएगा और जल्द ही कुपोषण केंद्र को फिर से संचालित किया जाएगा.

किशनगंज: बिहार में स्वस्थ समाज के लिए बुरी खबर है. यहां की भावी पीढ़ी कुपोषण की शिकार हो रही है. जिले में कुपोषित बच्चों के इलाज के लिए जिला अस्पताल परिसर में 20 बेडों वाला पोषण पुर्नवास केंद्र बनाया गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण पोषण पुर्नवास केंद्र इन दिनों बंद पड़ा हुआ है.

कई महीनों से बंद पड़ा है पोषण पुर्नवास केंद्र
यह पोषण पुर्नवास केंद्र पूर्व में निजी एजेंसी की ओर से संचालन किया जा रहा था. बीते दिनों में इसका एग्रीमेंट खत्म हो चुका था. इसके बाद जिलाधिकारी ने बीते मार्च महीने में 6 माह के लिए एग्रीमेंट की समय-सीमा बढ़ा दी थी. वहीं, राज्य सरकार से अब तक इस संबंध में किसी प्रकार का निर्देश जारी नहीं किया है. इसके बाद से यह पोषण पुर्नवास केंद्र बंद पड़ा हुआ है.

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कई महीनों से बंद पड़ा है पोषण पुनर्वास केंद्र

बंद होने से परिजन परेशान
राज्य सरकार और जिला स्वास्थ समिति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर नहीं है. जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल स्थित 20 बेड का पोषण पुनवार्स केंद्र (एन आर सी) में प्रतिमाह 25 से 30 कुपोषित बच्चे भर्ती होते थे. लेकिन बंद होने से मरीजों के परिजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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बच्चे हो रहे हैं कुपोषित

बता दें कि नियमानुसार इस केंद्र में कुपोषित बच्चों की देखभाल नहीं किया जाना है, बल्कि उन बच्चों के साथ रहने वाली माता की भी देखभाल किया जाना है. इसके अलावा कुपोषित बच्चों के माता-पिता कोएना सी में आने के लिए यात्रा भत्ता 100 रुपये और छुट्टी के समय 50 रुपये की दर से क्षतिपूर्ति की एवज में भी दिया जाना है.

बंद पड़ा है पोषण पुनर्वास केंद्र

'फिर से संचालित होगा कुपोषण केंद्र'
कुपोषण केंद्र बंद मामले पर डीएम हिमांशु शर्मा ने कहा कि कुपोषण केंद्र के बंद होने की सूचना मिली है. उन्होंने कहा कि फिर से उसी एनजीओ का 6 महीना के लिए एग्रीमेंट बढ़ा दिया जाएगा और जल्द ही कुपोषण केंद्र को फिर से संचालित किया जाएगा.

Intro:किशनगंज:-बिहार मे कुपोषित और अतीकुपोषित बच्चो को तरह-तरह की बिमारिया शिकार बना रही है।वही किशनगंज मे कुपोषित और अतीकुपोषित बच्चो के इलाज के लिए जिला अस्पताल परिशर मे 20 बेडो वाला पोषण पुर्नवास केंद्र (एन आर सी) इन दिनो बंद पड़ा है।


Body:किशनगंज:-बिहार मे कुपोषित और अतीकुपोषित बच्चो को तरह-तरह की बिमारिया शिकार बना रही है।वही किशनगंज मे कुपोषित और अतीकुपोषित बच्चो के इलाज के लिए जिला अस्पताल परिशर मे 20 बेडो वाला पोषण पुर्नवास केंद्र (एन आर सी) इन दिनो बंद पड़ा है।
10 मई यानी विगत 48 दिनो से यह पोषण पुर्नवास केंद्र बंद है,जिसका कोई सध लेने वाला नही है।
पुर्व मे यह निजी एजेंसी के द्वारा इसका संचालन किया जा रहा था। गत मार्च में एग्रीमेंट ख़त्म हो चुका था, जिसे जिलाधिकारी ने 6 माह के लिए बढा दिया बावजूद 10 मई से पोषण पूनवास केंद्र बंद है। वही राज्य सरकार से अब तक इस संबंध में किसी प्रकार का निर्देश जारी नहीं किया गया है कि पोषण पुनवार्स केंद्र जिला स्वास्थ समिति को चलाना है या निजी एजेंसी के द्वारा संचालित किया जाना है। कुल मिलाकर ऐसा लगता है कि राज सरकार व जिला स्वास्थ समिति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर नहीं है। जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल स्थित 20 बेड का पोषण पुनवार्स केंद्र (एन आर सी) मैं प्रतिमाह 25 से 30 कुपोषित या अतिकुपोषित ग्रस्त बच्चे भर्ती होते थे।
इससे पता चलता है कि किशनगंज जिले में कुपोषित या अति कुपोषित बच्चों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
इसके बावजूद कुपोषण दूर करने के बजाए केंद्र को बंद कर दिया गया है। नियमानुसार इस केंद्र में कुपोषित बच्चों की देखभाल नहीं किया जाना है बल्कि उन बच्चों के साथ रहने वाली माता की भी देखभाल किया जाना है इसके अलावा कुपोषित बच्चों के माता-पिता कोएना सी में आने के लिए यात्रा भत्ता 100 रुपए वह छुट्टी के समय 50 रुपय कि दर से क्षति-पूर्ति के एवज मे भी दिया जाना है।
भर्ती के समय से डिस्चार्ज के समय तक बच्चो के वजन मे 15 फीसद का इजाफा होने पर ही बच्चो को डिस्चार्ज किया जना है,वजन नही बढ्ने पर 6 दिन और भर्ती रखा जाता है,इसके बावजूद वजन ना बढ्ने पर हायर अस्पताल मे उस बच्चे को रेफर किया जाता है।


Conclusion:कुपोषण केंद्र बंद मामले पर किशनगंज के जिलापदधिकारी हिमांशु शर्मा ने कहा कि कुपोषण केंद्र के बंद होने की सूचना उन्हें है पहले से और इसकी उन्होंने जांच भी करवाई है,जिसमे पता चला कि जो एनजीओ पहले कुपोषण केंद्र को संचालित कर रही थी उनका अग्रीमेंट खत्म हो गया था जिसके वजह से कुपोषण केंद्र कुछ महीनों से बंद पड़ा हुआ है।मैन फिर से उसी एनजीओ को 6 महीनों के लिए अग्रीमेंट बढ़ा दिया है।कुछ ही दिनों में कुपोषण केंद्र पुनः संचालित हो जाएगा।

बाइट:-हिमांशु शर्मा (जिलापदधिकारी)
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