किशनगंज: बिहार में स्वस्थ समाज के लिए बुरी खबर है. यहां की भावी पीढ़ी कुपोषण की शिकार हो रही है. जिले में कुपोषित बच्चों के इलाज के लिए जिला अस्पताल परिसर में 20 बेडों वाला पोषण पुर्नवास केंद्र बनाया गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण पोषण पुर्नवास केंद्र इन दिनों बंद पड़ा हुआ है.
कई महीनों से बंद पड़ा है पोषण पुर्नवास केंद्र
यह पोषण पुर्नवास केंद्र पूर्व में निजी एजेंसी की ओर से संचालन किया जा रहा था. बीते दिनों में इसका एग्रीमेंट खत्म हो चुका था. इसके बाद जिलाधिकारी ने बीते मार्च महीने में 6 माह के लिए एग्रीमेंट की समय-सीमा बढ़ा दी थी. वहीं, राज्य सरकार से अब तक इस संबंध में किसी प्रकार का निर्देश जारी नहीं किया है. इसके बाद से यह पोषण पुर्नवास केंद्र बंद पड़ा हुआ है.
बंद होने से परिजन परेशान
राज्य सरकार और जिला स्वास्थ समिति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर नहीं है. जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल स्थित 20 बेड का पोषण पुनवार्स केंद्र (एन आर सी) में प्रतिमाह 25 से 30 कुपोषित बच्चे भर्ती होते थे. लेकिन बंद होने से मरीजों के परिजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें कि नियमानुसार इस केंद्र में कुपोषित बच्चों की देखभाल नहीं किया जाना है, बल्कि उन बच्चों के साथ रहने वाली माता की भी देखभाल किया जाना है. इसके अलावा कुपोषित बच्चों के माता-पिता कोएना सी में आने के लिए यात्रा भत्ता 100 रुपये और छुट्टी के समय 50 रुपये की दर से क्षतिपूर्ति की एवज में भी दिया जाना है.
'फिर से संचालित होगा कुपोषण केंद्र'
कुपोषण केंद्र बंद मामले पर डीएम हिमांशु शर्मा ने कहा कि कुपोषण केंद्र के बंद होने की सूचना मिली है. उन्होंने कहा कि फिर से उसी एनजीओ का 6 महीना के लिए एग्रीमेंट बढ़ा दिया जाएगा और जल्द ही कुपोषण केंद्र को फिर से संचालित किया जाएगा.