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किशनगंज: सरकारी उदासीनता का शिकार वन विभाग का डिपो, बना आवारा पशुओं का अड्डा

फिलहाल, इस पूरे डिपो की देख-रेख एक चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी करता है. उन्होंने बताया कि इसके बारे में कितनी ही दफा विभाग को शिकायत की गई है. बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई.

बदहाल स्थिति में डिपो
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Published : May 26, 2019, 6:57 PM IST

किशनगंज: जिले का वन विभाग बिहार सरकार के राजस्व को काफी फायदा पहुंचा सकता है. लेकिन, वन विभाग इस ओर तनिक भी ध्यान नहीं दे रहा है. दरअसल, किशनगंज ग्राम इलाके के पास वन विभाग का डिपो है. जहां वन विभाग की ओर से काटी गई या जब्त की हुई लकड़ियां रखी जाती हैं. लेकिन, विभाग की लापरवाही के कारण यह डिपो खंडहर में तब्दील होता जा रहा है.

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बदहाल स्थिति में डिपो

किशनगंज खगरा मेला के पास स्थित वन विभाग का डिपो विभागीय उदासीनता के कारण बदहाल हालत में है. डिपो में रखी वन विभाग की लकड़ियां खराब हो रही हैं. साथ ही डिपो की चारदीवारी भी टूट चुकी है. आस-पास के लोग इसमें अपने पशुओं को रखते हैं. यह आवारा पशुओं का अड्डा बनता जा रहा है. इसकी रखवाली के लिए विभाग ने जो अधिकारी रखे हैं वह भी ज्यादातर गायब ही रहते हैं.

जायजा लेने पहुंचे ईटीवी भारत संवाददाता

बुजुर्ग कर्मचारी के जिम्मे रखवाली
फिलहाल, इस पूरे डिपो की देख-रेख एक चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी करता है. उन्होंने बताया कि इसके बारे में कई बार विभाग को शिकायत की गई. बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई. डिपो चारदीवारी के भीतर ना होने से आसपास के लोग इसमें अपने पशुओं को रखते हैं. डिपो स्थित कार्यालय की हालत भी दयनीय है. परिसर में टिन शेड से बना एक कमरा है. जिसमें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रहते हैं. बता दें कि वन विभाग का कार्यालय किशनगंज के सुभाषपल्ली चौक स्थित एक किराए के मकान में चलता है. यहां भी ज्यादतर ताला ही लटका रहता है.

किशनगंज: जिले का वन विभाग बिहार सरकार के राजस्व को काफी फायदा पहुंचा सकता है. लेकिन, वन विभाग इस ओर तनिक भी ध्यान नहीं दे रहा है. दरअसल, किशनगंज ग्राम इलाके के पास वन विभाग का डिपो है. जहां वन विभाग की ओर से काटी गई या जब्त की हुई लकड़ियां रखी जाती हैं. लेकिन, विभाग की लापरवाही के कारण यह डिपो खंडहर में तब्दील होता जा रहा है.

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बदहाल स्थिति में डिपो

किशनगंज खगरा मेला के पास स्थित वन विभाग का डिपो विभागीय उदासीनता के कारण बदहाल हालत में है. डिपो में रखी वन विभाग की लकड़ियां खराब हो रही हैं. साथ ही डिपो की चारदीवारी भी टूट चुकी है. आस-पास के लोग इसमें अपने पशुओं को रखते हैं. यह आवारा पशुओं का अड्डा बनता जा रहा है. इसकी रखवाली के लिए विभाग ने जो अधिकारी रखे हैं वह भी ज्यादातर गायब ही रहते हैं.

जायजा लेने पहुंचे ईटीवी भारत संवाददाता

बुजुर्ग कर्मचारी के जिम्मे रखवाली
फिलहाल, इस पूरे डिपो की देख-रेख एक चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी करता है. उन्होंने बताया कि इसके बारे में कई बार विभाग को शिकायत की गई. बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई. डिपो चारदीवारी के भीतर ना होने से आसपास के लोग इसमें अपने पशुओं को रखते हैं. डिपो स्थित कार्यालय की हालत भी दयनीय है. परिसर में टिन शेड से बना एक कमरा है. जिसमें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रहते हैं. बता दें कि वन विभाग का कार्यालय किशनगंज के सुभाषपल्ली चौक स्थित एक किराए के मकान में चलता है. यहां भी ज्यादतर ताला ही लटका रहता है.

Intro:किशनगंज:-बिहार राजस्व को फायदा पहुच सकता है किशनगंज का वन विभाग,लेकिन किशनगंज वन विभाग इस और ध्यान नही दे रहा है। दरअसल, किशनगंज ग्राम इलाके समीप वन विभाग का डिपो है। जहां वन विभाग कि और से काटी गई या जप्त की हुई लकड़ियां रखी जाती है।पर विभाग की लापरवाहि के कारन ये डिपो खंडहर मे तब्दील हो रही हैं।


Body:किशनगंज:-बिहार राजस्व को फायदा पहुच सकता है किशनगंज का वन विभाग,लेकिन किशनगंज वन विभाग इस और ध्यान नही दे रहा है। दरअसल, किशनगंज ग्राम इलाके समीप वन विभाग का डिपो है। जहां वन विभाग कि और से काटी गई या जप्त की हुई लकड़ियां रखी जाती है।पर विभाग की लापरवाहि के कारन ये डिपो खंडहर मे तब्दील हो रही हैं।
किशनगंज के खगरा मेला के पास स्थित वन विभाग का डिपो विभागीय उदासीनता के कारन बदहाल हालत मे है,डिपो मे रखे वन विभाग की गाड़िया रखे रखे खराब हो रही है,डिपो का चारदीवारी टूट चुका है,आस पास के लोग इसमे अपने पशूओ को रखते ही,और यह आवारा पशुओ का अड्डा बनता जा रहा है,इस डिपो मे विभाग के द्वारा जो लकड़ीया जप्त कर के या काट कर के रखी गई है वो मौसम की मार झेल बेकार हो रही है।
इस विभाग की देख रेख के लिए जो अधिकारी रखे गए है वो ज्यादतर गायब ही रहते है।

इस पूरे डिपो की देख रेख के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी करता है उन्होने बताया की हमने इस्के बारे मे कितनी ही दफा विभाग को शिकायत की पर कोई भी करवाई नही होती है,डिपो चारदीवारी के भीतर ना होने से आसपास के लोग इसमे अपने पशुओ को बान्ध देते है।डिपो स्थित कार्यालय की हालत भी दयनीय है,टिन के कर्कट से बने कमरे मे कार्यालय है जो एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के भरोसे चल रहा है।
आपको बता दे की वन वीभाग का कार्यालय सुभाषपल्ली चौक स्थित एक किराए के मकान मे चलता है,परंतु इस विभाग के दरवाजे पर ज्यादतर ताला ही लटका रह्ता है।



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