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किशनगंज: 20 सालों से चुनाव लड़ रहा है ये गैस वेंडर, अनोखे अंदाज में करता है प्रचार

पेशे से गैस सिलेंडर वेंडर छोटेलाल महतो साल 2000 से चुनाव लड़ रहे हैं. विधानसभा से लेकर लोकसभा तक चुनाव लड़ते हैं. इस बार उन्हें पूरी उम्मीद है कि जनता जीत दिलाएगी.

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Published : Oct 18, 2019, 7:37 AM IST

Updated : Oct 18, 2019, 7:50 AM IST

20 सालों से चुनाव लड़ रहा ये गैस वेंडर

किशनगंज: विधानसभा उपचुनाव में करोड़पति प्रत्याशियों के बीच चुनावी समर में एक ऐसा निर्दलीय प्रत्याशी है जो साल 2000 से अब तक सभी विधानसभा और लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रहा है. निर्दलीय प्रत्याशी छोटेलाल महतो पूरे परिवार के साथ डफली बजाकर घर-घर जाकर वोट मांगते हैं.

छोटेलाल महतो पेशे से गैस सिलेंडर वेंडर हैं और एक फूस के मकान में रहते हैं. यह चंदा इकठ्ठा कर हर साल चुनाव लड़ते हैं. कुछ लोग चंदा देते हैं. बाकि रिश्तेदार, पत्नी और मां की जमापूंजी से ये नामांकन दाखिल करते हैं. किशनगंज विधानसभा सीट पर छोटेलाल इस समय सबसे पुराना प्रत्याशी हैं. उन्हें चुनाव चिन्ह भी सिलेंडर छाप मिला है.

kishanganj
डफली बजाकर लोगों से वोट देने की अपील

पिछले 20 सालों से चुनाव लड़ रहे हैं छोटेलाल
छोटेलाल महतो तस्लीमुद्दीन और शाहनवाज हुसैन जैसे दिग्गज नेताओं के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं. इनका कहना है कि उन्हें अपने परिवार का पूरा साथ मिलता है. छोटेलाल बताते हैं कि वो पिछले 20 सालों से चुनाव लड़ रहे हैं. इनका मुख्य एजेंडा रोजगार, टूटी सड़कें, शिक्षा और क्षेत्र का विकास करना है. वो काफी पुराने उम्मीदवार हैं. इसलिये उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस बार जनता का भरपूर समर्थन मिलेगा.

पेश है रिपोर्ट

परिजनों को काफी उम्मीद
छोटेलाल के परिजनों को भी पूरा भरोसा है कि वो इस बार के चुनाव में जीत दर्ज करेंगे. इनकी मां कहती हैं जब एक चाय वाला पीएम बन सकता है तो घर-घर गैस पहुंचाने वाला मेरा बेटा विधायक क्यों नहीं बन सकता. वहीं पत्नी का कहना है कि एक गरीब ही गरीब का दर्द समझता है. इसलिए अगर मेरे पति जीतेंगे तो सभी लोगों का भला होगा.

किशनगंज: विधानसभा उपचुनाव में करोड़पति प्रत्याशियों के बीच चुनावी समर में एक ऐसा निर्दलीय प्रत्याशी है जो साल 2000 से अब तक सभी विधानसभा और लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रहा है. निर्दलीय प्रत्याशी छोटेलाल महतो पूरे परिवार के साथ डफली बजाकर घर-घर जाकर वोट मांगते हैं.

छोटेलाल महतो पेशे से गैस सिलेंडर वेंडर हैं और एक फूस के मकान में रहते हैं. यह चंदा इकठ्ठा कर हर साल चुनाव लड़ते हैं. कुछ लोग चंदा देते हैं. बाकि रिश्तेदार, पत्नी और मां की जमापूंजी से ये नामांकन दाखिल करते हैं. किशनगंज विधानसभा सीट पर छोटेलाल इस समय सबसे पुराना प्रत्याशी हैं. उन्हें चुनाव चिन्ह भी सिलेंडर छाप मिला है.

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डफली बजाकर लोगों से वोट देने की अपील

पिछले 20 सालों से चुनाव लड़ रहे हैं छोटेलाल
छोटेलाल महतो तस्लीमुद्दीन और शाहनवाज हुसैन जैसे दिग्गज नेताओं के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं. इनका कहना है कि उन्हें अपने परिवार का पूरा साथ मिलता है. छोटेलाल बताते हैं कि वो पिछले 20 सालों से चुनाव लड़ रहे हैं. इनका मुख्य एजेंडा रोजगार, टूटी सड़कें, शिक्षा और क्षेत्र का विकास करना है. वो काफी पुराने उम्मीदवार हैं. इसलिये उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस बार जनता का भरपूर समर्थन मिलेगा.

पेश है रिपोर्ट

परिजनों को काफी उम्मीद
छोटेलाल के परिजनों को भी पूरा भरोसा है कि वो इस बार के चुनाव में जीत दर्ज करेंगे. इनकी मां कहती हैं जब एक चाय वाला पीएम बन सकता है तो घर-घर गैस पहुंचाने वाला मेरा बेटा विधायक क्यों नहीं बन सकता. वहीं पत्नी का कहना है कि एक गरीब ही गरीब का दर्द समझता है. इसलिए अगर मेरे पति जीतेंगे तो सभी लोगों का भला होगा.

Intro:किशनगंज:-किशनगंज विधानसभा उपचुनाव में कड़ोरपति प्रत्याशियों के बीच चुनावी समर में एक ऐसा निर्दलीय प्रत्याशी है जो साल 2000 से अब तक सभी बिधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ हैं।पूरे परिवार के साथ डफली बजाकर घर-घर जाकर वोट मांगता है।पेशे से गैस सिलिंडर वेंडर एक फूस के मकान में रहता है और चंदा इकठ्ठा कर चुनाव लड़ता है और चिन्ह भी गैस सिलिंडर मिला है।माँ कहती हैं जब चाय वाला पीएम बन सकता है तो घर-घर गैस पहुंचाने वाला मेरा बेटा विधायक क्यों नहीं बन सकता।


Body:किशनगंज:-निर्दलीय प्रत्याशी छोटेलाल महतो पूरे परिवार के साथ डफली बजाकर घर-घर जाकर वोट मांगता है, कुछ लोग चंदा देते है,कुछ रिश्तेदार और कुछ पत्नी और माँ के द्वारा जमा किये गए रुपए से नामांकन दाखिल करता है और चुनाव लड़ता है।किशनगंज विधानसभा सीट पर छोटेलाल इस समय सबसे पुराना प्रत्याशी है और चुनाव चिन्ह भी सिलिंडर छाप मिला है।तस्लीमुद्दीन और शाहनवाज हुसैन जैसे दिग्गज नेताओं के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं।छोटेलाल महतो को अपने परिवार का पूरा साथ मिलता है।
माँ कहती है कि जब चाय वाला प्रधानमंत्री बन सकता है तो घर-घर गैस पहुंचने वाला मेरा बेटा विधायक क्यों नही बन सकता हैं।
वही पत्नी का कहना है कि एक गरीब ही गरीब का दर्द समझता है,इसलिए अगर मेरे पति जीते तो सभी लोगो का भला होगा।
प्रत्याशी छोटेलाल का कहना है कि इस बार मेरे चुनाव में जीत की पूरी उम्मीद है,क्योंकि वो सबसे पुराना उम्मीदवार है।


Conclusion:बाईट-छोटेलाल महतो (उम्मीदवार)
प्रत्याशी छोटेलाल का कहना है कि इस बार मेरे चुनाव में जीत की पूरी उम्मीद है,क्योंकि वो सबसे पुराना उम्मीदवार है।वर्ष 2000 से चुनाव लड़ रहा हु,2000से2015 तक विधानसभा का चुनाव लड़ा और 2004 से 2019 तक लोकसभा लड़ा, बीस साल से लगातार चुनाव लड़ते आ रहा हूं।तस्लीमुद्दीन, मुन्ना मुश्ताक, सैयद शाहनवाज हुसैन, पहला ईवीएम के समय से चुनाव लड़ रहा हूँ।मुझसे पुराण कैंडिडेट कोई नही है।मेरा चुनाव का मुख्य एजेंडा रोजगार,टूटी सड़के शिक्षा,और क्षेत्र का विकास ही मेरा मुख्य प्राथमिकता है।एक बार जीत जाएंगे तो जनता मुझे कभी हड़ाने के बारे में नही सोचेगी।अभी जो उम्मीदवार है जनता उसे वोट नही देगी,कबुनाव के लिए पैसा कुछ रिश्तेदार देते है बाकी जनता से चंदा इकठा कर के चुनाव का खर्चा उठाता हु।
Last Updated : Oct 18, 2019, 7:50 AM IST
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