किशनगंज: बिहार में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. महानंदा नदी में आई बाढ़ ने जिले के बगल बड़ी पंचायत में कहर मचा रखा है. नदियों के जल स्तर में हो रहे बढ़ोतरी से लोग भय में घर छोड़ उच्चे स्थान पर शरण ले रहे हैं. बाढ़ से हो रहे मिट्टी कटाव में अबतक डेढ़ दर्जन से अधिक घर बाढ़ में बह गए हैं. पानी के तेज बहाव होने से सैकड़ों एकड़ खेती योग्य भूमि नदी में समा गई है.
न खाने को अनाज है ,न रहने को छत
बाढ़ की मार झेल रहे लोग पलायन को मजबूर हैं. लगातार तेज गति से हो रहे कटाव से लोगों के मकान और खेती योग्य जमीन कटाव की भेंट चढ़ गई है. अब न खाने को अनाज है ,न रहने को छत है. बेघर लोगों के सामने अब आजीविका का भी संकट है. ग्रमीणों का कहना है कि हर साल यह त्रासदी झेलनी पड़ती है. लेकिन प्रशासन के रवैया के कारण हम पलायन के लिए मजबूर हैं.
मुवावजा और भूमि दी जाएगी - डीएम
जिले के डीएम हिमांशु शर्मा ने कहा कि मामले पर हमलोग नजर बनाए हुए हैं. बगल बाड़ी में बहुत तेजी से कटाव हो रहा है. कटाव रोकने के लिए अभियंता और फ्लड कंट्रोल टीम लगी हुई है. कटाव प्रभावितों को सरकारी प्रावधानों को तहत हर संभव सहायता दी जाएगी. वहीं भूमिहीनों और पीड़ितों को भूमि और मुआवजा दिया जाएगा.