किशनगंज: जिले में एक बीमार महिला को मृत घोषित किए जाने से नाराज लोगों ने जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की. शनिवार दोपहर शहर के पश्चिमपाली चौक स्थित रेडियंट नर्सिंग होम में घटित घटना के बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल व्याप्त हो गया.
मामले की जा रही है जांच
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम शहनवाज अहमद नियाजी, सर्किल इंस्पेक्टर इरशाद आलम और टाउन थानाध्यक्ष श्याम किशोर यादव दलबल के साथ मौके पर पहुंचे. आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर शांत किया और पीड़ित महिला को इलाज के लिए हायर सेंटर भेजा. हालांकि शनिवार शाम तक दोनों पक्षों के द्वारा मामले की लिखित शिकायत टाउन थाना में दर्ज नहीं की गई थी, लेकिन एसडीएम ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. जांचोपरांत यथोचित कार्रवाई की जाऐगी.
डा. तनवीर आलम कर रहे थे इलाज
जानकारी के अनुसार टाउन थाना क्षेत्र के फरिंगगोड़ा निवासी जहांआरा का इलाज डा. तनवीर आलम से चल रहा था. शनिवार को अचानक जहांआरा की तबियत बिगड़ जाने के बाद चिकित्सक ने उसे आइसीयू में भर्ती कराने की सलाह दी. मरीज के परिजन उसे रेडियंट नर्सिंग होम में भर्ती करने के लिए लाए, जहां नर्सिंग होम कर्मियों ने जांचोपरांत उसे मृत घोषित कर दिया, लेकिन जहांआरा की सांसे चलता देख परिजन भड़क उठे और हंगामा करने लगे.
मरीज में था कोरोना के लक्षण
नर्सिंग होम कर्मियों ने उसे भर्ती करने से साफ इंकार कर दिया, जिससे आक्रोशित होकर लोगों ने नर्सिंग होम में तोड़फोड़ की. वहीं नर्सिंग होम के मैनेजमिंग डायर अब्दुल्ला हक ने मरीज को मृत घोषित करने से साफ इंकार करते हुए बताया कि नर्सिंग होम को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. जांच के दौरान मरीज में कोरोना रोग के लक्षण पाये जाने के बाद परिजनों को हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी गई थी, लेकिन परिजन जबरन उसे नर्सिंग होम में भर्ती कराने का प्रयास कर रहे थे. इनकार के बाद परिजन तोड़फोड़ करने लगे.