किशनगंज: भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ जवान के द्वारा अपनी सर्विस राइफल से अचानक फायर करने से एक अधिकारी और जवान की मौके पर ही मौत हो गई. मृतकों की पहचान 146 वीं बटालियन के कंपनी टू आईसी अमृतसर निवासी महेंद्र सिंह भट्टी और सहारनपुर यूपी निवासी कांस्टेबल अनुज कुमार के रूप में की गई है. देर शाम मालदह खंड बीओपी के समीप घटित घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त हो गया.
जांच में जुटे बीएसएफ के अधिकारी
घटना की जानकारी मिलते ही बीएसएफ के वरीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए. अधिकारियों ने त्रिपुरा निवासी 146 वीं बटालियन के जवान उत्तम सुत्रधर से आत्मसमर्पण कराने की चेष्टा की. लेकिन वह आत्मसमर्पण करने के लिए कतई तैयार नहीं था, बल्कि बार-बार समझाने के लिए पहुंचे अधिकारियों और साथी जवानों की तरफ सर्विस रायफल तान देता था.
जिससे जवानों के बीच भय का वातावरण व्याप्त हो गया. आखिरकार तीन घंटे के प्रयास के बाद उत्तम सुत्रधर ने कंपनी कमांडर संजय कुमार राय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. घटना के बाद बीएसएफ अधिकारी आरोपित जवान से पूछताछ करने में जुट गए हैं, जबकि मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है.
मौके पर हुई मौत
बीएसएफ डीआईजी राजीव रंजन शर्मा ने बताया कि 146 वीं बटालियन का जवान उत्तम सुत्रधर तारबंदी के समीप डयूटी कर रहा था. इसी दौरान उसने अपनी सर्विस राइफल से दो राउंड फायरिंग कर दी. फायरिंग की आवाज सुनकर निकट ही गश्त कर रहे इंस्पेक्टर महेन्द्र सिंह भट्टी कांस्टेबल अनुज कुमार के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. उन्हें देखते ही उत्तम सुत्रधर ने दोनों पर फायरिंग कर दी. सिर और सीने में गोली लगने से मौके पर ही दोनों की मौत हो गई.
वहीं, डीआईजी ने बताया कि आरोपी जवान से पूछताछ कर घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है. पूछताछ के दौरान साथी जवानों ने बताया कि उनका आपस में कोई विवाद नहीं था, लेकिन उत्तम विगत कुछ दिनों से मानसिक तनाव में था.