किशनगंज: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद किशनगंन इकाई की तरफ से शनिवार को शिक्षक पात्रता परीक्षा को रद्द किए जाने के खिलाफ काला दिवस मनाया गया. इस दौरान नगर मंत्री सह छात्रसंघ अध्यक्ष अमित मंडल ने बताया कि बिहार सरकार पूरी तरह से शिक्षा व्यवस्था को गर्त में ले जा चुकी है. बार-बार इस परीक्षा का आयोजन कर उसे रद्द करना कहीं न कहीं सरकार की कुरीतियों की मंशा को दर्शाता है.
सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
छात्रसंघ अध्यक्ष अमित मंडल ने बताया कि जब एसटीईटी की परीक्षा 9 वर्षों के बाद बिहार में आयोजित की गई तो कई युवाओं में रोजगार की एक उम्मीद जागी. लेकिन आज बिहार के युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया है. बिहार सरकार को यह फैसला अविलंब वापस लेना चाहिए अन्यथा आज जिस प्रकार से विद्यार्थी परिषद सोशल मीडिया के माध्यम से और अन्य तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहा है. कल वे सभी सड़कों पर उतरने को बाध्य हो जाऐंगे.
सरकार को चेतावनी
वहीं, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य निशु मोदक ने कहा कि वह समय दूर नहीं जब सरकार के साथ बैठे हुए सहयोगी दल के भी सभी मंत्री एवं विधायकों को घरों पर जाकर घेराव किया जाएगा. इस दौरान प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दीपक चौहान ने कहा कि सरकार अपने निर्णय को वापस ले और अविलंब एसटीईटी की रद्द परीक्षा को मान्यता देते हुए बिहार के युवाओं के हित की रक्षा करें. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो इस बार चुनाव में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ बिहार के सभी युवाओं को उनके बारे में विचार करना होगा.