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किशनगंज: दो दिनों में ध्यान फाउंडेशन के गौशाला में 10 मवेशियों की मौत, महामारी फैलने की आशंका - ध्यान फाउंडेशन नामक एनजीओ

इस गौशाला में पिछले 1 माह में दर्जनों मवेशियों की मौत हो चुकी है. पिछले दो दिनों में 10 से भी ज्यादा मौत हुई है. यहां-वहां पड़ी मवेशियों की लाशों से महामारी फैलने की आशंका बनी हुई है

किशनगंज में दो दिनों में ध्यान फाउंडेशन के गौशाला में 10 मवेशियों की मौत
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Published : Aug 20, 2019, 10:13 AM IST

किशनगंज : किशनगंज में ध्यान फाउंडेशन नामक एनजीओ कार्यरत है. यह एनजीओ ऐसे मवेशियों को पालता है जिन्हें तश्करी के लिए ले जाया जा रहा होता है. प्रशासन इनका रेस्क्यू कर के इस फाउंडेशन को सौंप देती है. ताकि उनके रहने और खाने पीने की अच्छी व्यवस्था हो सके. लेकिन यहां पर इन मवेशियों के खाने पीने की तो छोड़िए, बैठने तक की भी व्यवस्था नहीं रखी गई है. ये बेजुबान मवेशियों को घुटने तक कीचड़ में रखा जाता है. इस वजह से बीमारी बढ़ रही है और इनकी मौत हो रही है.

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गौशाला में 10 मवेशियों की मौत

दो दिनों में हो चुकी है 10 से भी ज्यादा मौत
इस गौशाला में पिछले 1 माह में दर्जनों मवेशियों की मौत हो चुकी है, और पिछले दो दिनों में 10 से भी ज्यादा मौत हुई है. यहां-वहां पड़ी मवेशियों की लाशों से महामारी फैलने की आशंका बनी हुई है. प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए नोटिस जारी किया है और जांच का आदेश दिया है.


बता दें कि दिल्ली की ध्यान फाउंडेशन ने किशनगंज में गौशाला से ज़मीन लीज़ ली हुई है. तश्करी कर ले जा रहे मवेशियों को रेस्क्यू कर के इसी फाउंडेशन को सौंप दिया जाता है. वहां पर काम कर रहे एक कर्मचारी ने बताया कि मवेशियों को ठीक से खाने को चारा भी नहीं मिलता है और ना ही बीमारी होने पर कोई दवाई उपलब्ध कराई जाती है. जिसकी वजह से इन मवेशियों की दिन प्रतिदिन मौत होती जा रही है.

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बरसात से बचने के लिए शेड भी उपलब्ध नहीं है


क्या कहते हैं स्थानीय निवासी
स्थानीय निवासी का कहना है कि यहां जो भी पशु मरते हैं, वो भूख की वजह से और गंदगी में रहने के कारण बीमारी से मरते हैं. अभी 48 घंटे से मवेशी मरे पड़े हैं लेकिन कोई भी उनकी सुध लेने वाला नहीं है. जिसकी वजह से इलाके में दुर्गन्ध से रहना मुश्किल हो गया है. वहीं एनजीओ के हेल्पर गौरव का कहना है कि जब ये मवेशी रेस्क्यू कर के यहां पर लाए जाते हैं तब इनका शरीर बहुत ही कमज़ोर होता है. जिसके बाद हम लोग इनकी देख भाल करते हैं.

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खाने पीने की नहीं है व्यवस्था

बरसात से बचने के लिए शेड भी उपलब्ध नहीं है
गौशाला के सचिव का कहना है कि हम लोग अपने गौशाला में सिर्फ दूधारू गायों को पालते हैं. बैल या अन्य कोई जानवर हम लोग नहीं रखते. इसी क्रम में ध्यान फाउंडेशन किशनगंज में आई और उन्होंने जिलापदाधिकारी से बात करने के बाद गौशाला की ज़मीन ली पर ले ली. उन्होंने यहां पर ऐसे जानवरों को पालने शुरू कर दिया, जिन्हें तश्करी से रेस्क्यू किया जाता है. ये लोग ऐसे जानवरों को अपने पास रख तो लेते हैं लेकिन कोई साधन या सुविधा नहीं दे पाते हैं. बरसात से बचने के लिए शेड भी प्रयाप्त नहीं है, ना ही उन्हें ठीक से चारा मिलता है. जिसकी वजह से इन बेजुबान मवेशियों की मौत हो रही है.

किशनगंज में दो दिनों में ध्यान फाउंडेशन के गौशाला में 10 मवेशियों की मौत


क्या कहते हैं अधिकारी
वहीं किशनगंज के एसडीओ और गौशाला के अध्यक्ष शाहनवाज अहमद नियाजी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस फाउंडेशन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उन्होंने नोटिस जारी करते हुए कहा है कि यह बहुत ही गंभीर मामला है. हम इस पर तुरंत करवाई करेंगे और जो भी दोषी है, उसे उसकी सजा मिलेगी.

किशनगंज : किशनगंज में ध्यान फाउंडेशन नामक एनजीओ कार्यरत है. यह एनजीओ ऐसे मवेशियों को पालता है जिन्हें तश्करी के लिए ले जाया जा रहा होता है. प्रशासन इनका रेस्क्यू कर के इस फाउंडेशन को सौंप देती है. ताकि उनके रहने और खाने पीने की अच्छी व्यवस्था हो सके. लेकिन यहां पर इन मवेशियों के खाने पीने की तो छोड़िए, बैठने तक की भी व्यवस्था नहीं रखी गई है. ये बेजुबान मवेशियों को घुटने तक कीचड़ में रखा जाता है. इस वजह से बीमारी बढ़ रही है और इनकी मौत हो रही है.

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गौशाला में 10 मवेशियों की मौत

दो दिनों में हो चुकी है 10 से भी ज्यादा मौत
इस गौशाला में पिछले 1 माह में दर्जनों मवेशियों की मौत हो चुकी है, और पिछले दो दिनों में 10 से भी ज्यादा मौत हुई है. यहां-वहां पड़ी मवेशियों की लाशों से महामारी फैलने की आशंका बनी हुई है. प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए नोटिस जारी किया है और जांच का आदेश दिया है.


बता दें कि दिल्ली की ध्यान फाउंडेशन ने किशनगंज में गौशाला से ज़मीन लीज़ ली हुई है. तश्करी कर ले जा रहे मवेशियों को रेस्क्यू कर के इसी फाउंडेशन को सौंप दिया जाता है. वहां पर काम कर रहे एक कर्मचारी ने बताया कि मवेशियों को ठीक से खाने को चारा भी नहीं मिलता है और ना ही बीमारी होने पर कोई दवाई उपलब्ध कराई जाती है. जिसकी वजह से इन मवेशियों की दिन प्रतिदिन मौत होती जा रही है.

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बरसात से बचने के लिए शेड भी उपलब्ध नहीं है


क्या कहते हैं स्थानीय निवासी
स्थानीय निवासी का कहना है कि यहां जो भी पशु मरते हैं, वो भूख की वजह से और गंदगी में रहने के कारण बीमारी से मरते हैं. अभी 48 घंटे से मवेशी मरे पड़े हैं लेकिन कोई भी उनकी सुध लेने वाला नहीं है. जिसकी वजह से इलाके में दुर्गन्ध से रहना मुश्किल हो गया है. वहीं एनजीओ के हेल्पर गौरव का कहना है कि जब ये मवेशी रेस्क्यू कर के यहां पर लाए जाते हैं तब इनका शरीर बहुत ही कमज़ोर होता है. जिसके बाद हम लोग इनकी देख भाल करते हैं.

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खाने पीने की नहीं है व्यवस्था

बरसात से बचने के लिए शेड भी उपलब्ध नहीं है
गौशाला के सचिव का कहना है कि हम लोग अपने गौशाला में सिर्फ दूधारू गायों को पालते हैं. बैल या अन्य कोई जानवर हम लोग नहीं रखते. इसी क्रम में ध्यान फाउंडेशन किशनगंज में आई और उन्होंने जिलापदाधिकारी से बात करने के बाद गौशाला की ज़मीन ली पर ले ली. उन्होंने यहां पर ऐसे जानवरों को पालने शुरू कर दिया, जिन्हें तश्करी से रेस्क्यू किया जाता है. ये लोग ऐसे जानवरों को अपने पास रख तो लेते हैं लेकिन कोई साधन या सुविधा नहीं दे पाते हैं. बरसात से बचने के लिए शेड भी प्रयाप्त नहीं है, ना ही उन्हें ठीक से चारा मिलता है. जिसकी वजह से इन बेजुबान मवेशियों की मौत हो रही है.

किशनगंज में दो दिनों में ध्यान फाउंडेशन के गौशाला में 10 मवेशियों की मौत


क्या कहते हैं अधिकारी
वहीं किशनगंज के एसडीओ और गौशाला के अध्यक्ष शाहनवाज अहमद नियाजी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस फाउंडेशन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उन्होंने नोटिस जारी करते हुए कहा है कि यह बहुत ही गंभीर मामला है. हम इस पर तुरंत करवाई करेंगे और जो भी दोषी है, उसे उसकी सजा मिलेगी.

Intro:किशनगंज-किशनगंज में ध्यान फाउंडेशन नामक एन जी ओ कार्यरत है,यह एन जी ओ ऐसे मवेशियों को पालता है जिन्हें तश्करी के लिए ले जाया जा रहा होता है और प्रशासन इनका रेस्क्यू कर के इस फाउंडेशन को सौप देती है ताकि उनके रहने और खाने पीने की अच्छी बेवस्था हो सके।
परंतु यहां पर इन मवेशियो के खाने पीने की तो छोड़िए बैठने तक कि भी बेवस्था नही रखी गई है,ये बेजुबान मवेशी को घुटने तक कीचड़ में रखा जाता है,जिससे कि बीमारी की वजह से इनकी मौत हो रही है,


Body:
किशनगंज में ध्यान फाउंडेशन द्वारा चलाई जा रही है गौशाला में पिछले 1 माह में दर्जनों मवेशियों की मौत हो चुकी है और पिछले दो दिनों में 10 से भी ज्यादा मौत हुई। यत्र-तत्र पड़ी मवेशियों कि लाशो से महामारी फैलने की आशंका बनी हुई है। प्रशासन ने मामला को संज्ञान में लेते हुए नोटिस जारी किया है और जांच का आदेश दिया है।

मालूम हो कि दिल्ली की ध्यान फाउंडेशन ने किशनगंज में गौशाला से ज़मीन लीज़ ली हुई है और तश्करी कर ले जा रहे मवेशियो को रेस्क्यू कर के इसी फाउंडेशन को सौप दिया जाता है और ये उनके रख रखाव की जिम्मेदारी उठाते है।पर वहाँ पर काम कर रहे एक कर्मचारी ने बताया कि मवेशियो को ठीक से खाने को चारा भी नही मिलता है ना ही बीमारी होने पर कोई दवाई उपलब्ध कराई जाती है जिसके वजह से इन मवेशियो की दिन प्रतिदिन मौत होती जा रही है।

बाईट-स्थानीय निवासी का कहना है कि यहाँ जो भी पशु मरते है वो भूख की वजह से और गंदगी में रहने के कारण बीमारी से मरते है।अभी 48 घंटे से मवेशी मारे पड़े है पर है पर कोई भी उनका सुध लेने वाला नही है,जिसके वजह से इलाके में दुर्गन्ध से रहना मुश्किल हो गया है।

बाईट-गौरव (एन जी ओ वोलुन्तिर) एनजीओ के वालंटियर गौरव का कहना है कि जब ये मवेशी रेस्क्यू कर के यह पर लाए जाते हैं तब इनका शरीर बहुत ही कमज़ोर होता है,हम इनका देख भाल करते है।
बाईट-त्रिलोक चन्द जैन(सचिव गौशाला) गौशाला के सचिव का कहना है कि हम लोग अपने गौशाला में सिर्फ दूधारू गायों को पालते है,बैल या अन्य कोई जानवर हम लोग नही रखते,इसी क्रम में ध्यान फाउंडेशन किशनगंज में आई और जिलापदधिकारी से बात कर गौशाला की ज़मीन लीज़ पर ले ऐसे जानवरो को पालने लगी जिन्हें तश्करी से रेस्क्यू किया जाता है,पर ये लोग ऐसे जानवरो को अपने पास रख तो लेते है पर कोई साधन या सुविधा नही दे पाते है,न तो मवेशियो को बैठने की जगह है,आप जा कर देखिए जहा मवेशी रखे गए है वह पर घुटने टेक कीचड़ है,बरसात से बचने के लिए शेड भी प्रयाप्त नही है ना ही उन्हें ठीक से चारा मिलता है जिसके वजह से इन बेजुबान मवेशियों की मौत हो रही है।


Conclusion:वही किशनगंज के एसडीओ और गौशाला के अध्यक्ष शाहनवाज अहमद नियाजी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस फाउंडेशन को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है हम इसपे तुरंत करवाई करेंगे और जो भी दोषी है उसे उसकी सजा मिलेगी।
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