ETV Bharat / state

खगड़िया: बदहाली के आंसू रो रहा यह जल मिनार, CM नीतीश ने किया था उद्घाटन

खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड के वार्ड नंबर 12 में सात निश्चय योजना के तहत बने पानी टंकी बदहाल स्थिति में है. इसको लेकर स्थानीय ग्रामीण बताते है कि 2 साल पूर्व सीएम नीतीश कुमार ने खुद से इस जल मिनार का उद्घाटन किया था. लेकिन देख-रेख की अभाव में समय के साथ यह जल मिनार अपने बदहाली पर आंसू बहा रहा है.

सात निश्चय के तहत बना यह जल मिनार
सात निश्चय के तहत बना यह जल मिनार
author img

By

Published : Mar 2, 2020, 10:24 PM IST

खगड़िया: जिले के चौथम प्रखंड के वार्ड नंबर 12 में सात निश्चय योजना के तहत बने पानी टंकी बदहाल स्थिति में है. वर्तमान समय में आलम ऐसा ही कि लोगों के घरों तक पानी तो पहुंचता है. लेकिन इस पानी को लोग पीने के लिए नहीं बल्कि मवेशियों को धोने के उपयोग में लाते है. सबसे हैरत की बात यह है कि 2 साल पहले सीएम नीतीश कुमार ने बड़े तामझाम के साथ खुद से इस जल मिनार का उद्घाटन किया था.

'150 घरों को मिलता है पानी'
इसको लेकर स्थानीय ग्रमीण बताते हैं कि साल पहले सीएम नीतीश जिले के दौड़े पर आए थे. उस समय उन्होंने खुद से इस जलमिनार का उद्घाटन किया था. लेकिन वर्तमान समय में इस जल मिनार का पानी पीने के लायक नही है. सात निश्चय योजना के तहत बने इस जल मिनार के ऊपर 2 हजार लीटर की एक पानी की टंकी है. इससे करीब 150 घरों को पानी मिलता है. पानी इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर परिवार बीपीएल श्रेणी के तहत आते हैं.

पेश है एक रिपोर्ट

'निर्माण काल के बाद से नहीं हुआ है साफ-सफाई'
स्थानीय प्रमुख अभय कुमार आनंद बताते है कि 2 साल पहले पानी टंकी का निर्माण हुआ था. निर्माण काल के बाद से इस टंकी की साफ-सफाई नहीं हैं. प्रखंड प्रमुख बताते हैं कि 16 लाख रुपये की लागत से इस पानी टंकी का निर्माण हुआ था. इसके संचालन के लिए एक ऑपरेटर रखा गया था. उसकी आमदनी और टंकी के देखभाल के लिए सरकार ने बीपीएल परिवार से 30 रुपया प्रतिमाह और एपीएल परिवार से 60 रुपया प्रतिमाह वसूलने का नियम भी बनाया था. लेकिन जल मिनार की दुर्दशा के कारण किसी परिवार ने एक भी रुपया नहीं दिया. जिस वजह से इस जल मिनार की देख-रेख बंद हो गई.

खगड़िया: जिले के चौथम प्रखंड के वार्ड नंबर 12 में सात निश्चय योजना के तहत बने पानी टंकी बदहाल स्थिति में है. वर्तमान समय में आलम ऐसा ही कि लोगों के घरों तक पानी तो पहुंचता है. लेकिन इस पानी को लोग पीने के लिए नहीं बल्कि मवेशियों को धोने के उपयोग में लाते है. सबसे हैरत की बात यह है कि 2 साल पहले सीएम नीतीश कुमार ने बड़े तामझाम के साथ खुद से इस जल मिनार का उद्घाटन किया था.

'150 घरों को मिलता है पानी'
इसको लेकर स्थानीय ग्रमीण बताते हैं कि साल पहले सीएम नीतीश जिले के दौड़े पर आए थे. उस समय उन्होंने खुद से इस जलमिनार का उद्घाटन किया था. लेकिन वर्तमान समय में इस जल मिनार का पानी पीने के लायक नही है. सात निश्चय योजना के तहत बने इस जल मिनार के ऊपर 2 हजार लीटर की एक पानी की टंकी है. इससे करीब 150 घरों को पानी मिलता है. पानी इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर परिवार बीपीएल श्रेणी के तहत आते हैं.

पेश है एक रिपोर्ट

'निर्माण काल के बाद से नहीं हुआ है साफ-सफाई'
स्थानीय प्रमुख अभय कुमार आनंद बताते है कि 2 साल पहले पानी टंकी का निर्माण हुआ था. निर्माण काल के बाद से इस टंकी की साफ-सफाई नहीं हैं. प्रखंड प्रमुख बताते हैं कि 16 लाख रुपये की लागत से इस पानी टंकी का निर्माण हुआ था. इसके संचालन के लिए एक ऑपरेटर रखा गया था. उसकी आमदनी और टंकी के देखभाल के लिए सरकार ने बीपीएल परिवार से 30 रुपया प्रतिमाह और एपीएल परिवार से 60 रुपया प्रतिमाह वसूलने का नियम भी बनाया था. लेकिन जल मिनार की दुर्दशा के कारण किसी परिवार ने एक भी रुपया नहीं दिया. जिस वजह से इस जल मिनार की देख-रेख बंद हो गई.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.