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खगड़िया: सालों बाद भी नहीं बना पुल, जान जोखिम में डाल नाव पर नदी पार करने को मजबूर ग्रामीण - डीएम अनिरूद्ध कुमार

ग्रामीणों ने बताया कि पुल नहीं होने के चलते समय रहते गांव के मरीजों का इलाज नहीं हो पाता है. वहीं, गांव के बच्चों को भी स्कूल जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

Khagaria
भरोसे की नाव पर नदी पार कर रहे ग्रामीण
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Published : Nov 26, 2019, 2:04 PM IST

खगड़िया: सूबे की नीतीश सरकार विकास के चाहे लाख दावे क्यों ना करले. लेकिन धरातल पर उनके विकास के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. इसकी बानगी खगड़िया जिले में देखी जा सकती है. जहां बूढ़ी गंडक नदी पर पुल नहीं होने के चलते ग्रामीण प्राइवेट नाव की सवारी कर आवागमन कर रहे हैं.

जिले के जनप्रतिनिधी और अधिकारियों से यह बात छिपी नही है. एक तरफ जनप्रतिनिधि काम नहीं करना चाहते. वहीं, दूसरी तरफ अधिकारियों ने अपनी आंखे मूंद रखी है.

Khagaria
नाव से जाते लोग

विकास के अभाव में जी रहे ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में विकास के नाम पर उनके साथ मजाक किया गया है. उन्होंने बताया कि बूढ़ी गंडक नदी पर पुल नहीं बनने के चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. खगड़िया प्रखंड के जलकौरा से तिरासी जाने के लिए प्राइवेट नाव का सहारा लेना पड़ता है. इसके लिए खुद की जेब से पैसे खर्च करने पड़ते हैं. कई बार नाव नहीं होने के कारण घंटों का इंतजार करना पड़ता है. ग्रामीणों ने बताया कि यहां के जनप्रतिनिधि कभी हम लोगों की समस्या जानने नहीं आते हैं. कई बार उन्हें पुल बनवाने के लिए अवगत कराया. लेकिन उनकी ओर से सिवाय भरोसा देने के अलावा कुछ नहीं किया गया.

पेश है रिपोर्ट

मरीजों को समय रहते नहीं मिलता इलाज
ग्रामीणों ने बताया कि पुल नहीं होने के चलते समय रहते गांव के मरीजों का इलाज नहीं हो पाता है. वहीं, गांव के बच्चों को भी स्कूल जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं. वहीं, डीएम अनिरूद्ध कुमार ने बताया हम लोग पुल के लिए प्रयासरत हैं. सीएम से पुल बनवाने के लिए अनुरोध किया जाएगा.

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अनिरुद्ध कुमार, डीएम खगड़िया

खगड़िया: सूबे की नीतीश सरकार विकास के चाहे लाख दावे क्यों ना करले. लेकिन धरातल पर उनके विकास के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. इसकी बानगी खगड़िया जिले में देखी जा सकती है. जहां बूढ़ी गंडक नदी पर पुल नहीं होने के चलते ग्रामीण प्राइवेट नाव की सवारी कर आवागमन कर रहे हैं.

जिले के जनप्रतिनिधी और अधिकारियों से यह बात छिपी नही है. एक तरफ जनप्रतिनिधि काम नहीं करना चाहते. वहीं, दूसरी तरफ अधिकारियों ने अपनी आंखे मूंद रखी है.

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नाव से जाते लोग

विकास के अभाव में जी रहे ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में विकास के नाम पर उनके साथ मजाक किया गया है. उन्होंने बताया कि बूढ़ी गंडक नदी पर पुल नहीं बनने के चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. खगड़िया प्रखंड के जलकौरा से तिरासी जाने के लिए प्राइवेट नाव का सहारा लेना पड़ता है. इसके लिए खुद की जेब से पैसे खर्च करने पड़ते हैं. कई बार नाव नहीं होने के कारण घंटों का इंतजार करना पड़ता है. ग्रामीणों ने बताया कि यहां के जनप्रतिनिधि कभी हम लोगों की समस्या जानने नहीं आते हैं. कई बार उन्हें पुल बनवाने के लिए अवगत कराया. लेकिन उनकी ओर से सिवाय भरोसा देने के अलावा कुछ नहीं किया गया.

पेश है रिपोर्ट

मरीजों को समय रहते नहीं मिलता इलाज
ग्रामीणों ने बताया कि पुल नहीं होने के चलते समय रहते गांव के मरीजों का इलाज नहीं हो पाता है. वहीं, गांव के बच्चों को भी स्कूल जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं. वहीं, डीएम अनिरूद्ध कुमार ने बताया हम लोग पुल के लिए प्रयासरत हैं. सीएम से पुल बनवाने के लिए अनुरोध किया जाएगा.

Khagaria
अनिरुद्ध कुमार, डीएम खगड़िया
Intro:Body:आज हर तरफ नए भारत की बात हो रही हैं, चर्चे हो रहे है कि अब ये नया भारत है ।लेकिन इस नए भारत के स्लोगन पर खगड़िया के विकाश को ले कर एक प्रश्न चिन्ह खड़ा होते हुए दिख रहा है। क्यों कि जिस नए भारत की बात हो रही है तो इस ने भारत में तो चौतरफा विकाश दिखना चबीए था लेकिन नहीं चौतरफा विलाश छोड़िए यंहा तो एक तरफा विलाश भी नही हो रहा अब बता रहे हैं किस तरह की विकाश होगी तब नया भारत बनेगा। खगड़िया में आज भी स्थिति ऐसी है कि लोग नदी पार करने के लिए आदम जमाने की तरह अभी भी नाव का सहारा लेते है।घण्टो इंतेजार में खड़े रहते है कि उस पर गई हुई नाव इस पर में आयगी तो नदी को पार किया जयगा। दूसरी बड़ी बात ये है कि ऐसा नहीं है कि यंहा के जनप्रतिन्धी कोशिस ना किये हो या जिला प्रसाशन से गुहार ना लगाय हो लेकिन इसमें सारी कमियां बिहार सरकार की है ऐसा यंहा के अस्थनीय जनप्रतिन्धी ही कह रहे है। खगड़िया प्रखंड के जलकौरा से तिरासी जाने के लिए आज भी बूढ़ी गंडक को नाव से पर करना पड़ता है। बता दे कि अगर यंहा पूल बन जाता है तो खगड़िया को सीधे बेगुसराय को जोड़ देगा ये पूल और इस से कई फ़ायदे बेगुसराय जिला के जनता का भी होगा।इस गांव में लोग अभी भी नाव के सहारे नदी पार करते हैं. जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण बताते है कि कई पुस्तों से यंहा पर पूल की मांग होते आ रही है लेकिन अब तक हमारी मांगो को पूरा नही किया गया है जिसके वजह से हमारे बच्चें अच्छी शिक्षा नही ले पा रहे है बीमार व्यक्तियों को सही समय पर ईलाज नही मिल पा रहा है रास्ता नह होने के वजह से अपराधियों में पुलिस का भय नही रहा अपराधी आतें है और अपराध कर के आराम से निकल लेते है जब तक पुलिस नाव के सहारे पहुंचती है तब तक अपराधी का कोई आता पता भी नही रहता।वंही एक बेगुसराय पंचायत के मुखिया पापु कुमार का कहना है कि हमारा घर तो बेगुसराय में पड़ता है लेकिन हर चीज हमारे यहां से खगड़िया में नजदीक पड़ता है चाहे वो बाजार हो स्कूल हो या अस्पताल हो लेकिन पूल नही होने के वजह हमारे बच्चे भी नाव का सहारा ले कर इस पर से उस पर पढ़ने जाते है।अगर हमलोग मोटरसाइकिल से आये तो नाव वाले मोटरसाइकिल का पैसा अलग से लेते है हमरा अलग से लेते है ।

बाइट 1-राम बालक सिंह,अस्थनीय
बाइट 2-पापु कुमार,मुखिया
बाइट-अनिरुद्ध कुमार,जिला अधिकारी खगड़िया
Conclusion:
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