खगड़िया: जिले के परबत्ता में गंगा नदी अपना रौद्र रूप दिखा रही है. इसको लेकर ग्रामीण लोग काफी दहशत में हैं. हालात ऐसे हैं कि ग्रामीणों को रात-रात भर जागना पड़ता है. प्रशासन की ओर से मदद ना मिलने पर ग्रामीणों ने खुद ही बांध बनाने का लिए कार्य शुरु कर दिया है.
बांध बचाने में जुटे ग्रामीण
जिले के परबता के चकप्रयाग गांव के पास रिंग बांध पर पानी का दबाव बढ़ता जा रहा है. इससे बांध को पानी ओवरटोप कर ग्रामीण क्षेत्रों में बहने लगा है. जिसके बाद ग्रामीण खुद से बांध को बचाने में जुटे हुए हैं. बताया जाता है कि गांव वाले किसी तरह प्लास्टिक के बैग को जमा कर रहे हैं और उसमें मिट्टी डालकर बांध को ऊंचा कर रहे हैं. ताकि पानी बांध को पार नहीं कर सके. ग्रामीण बांध को बचाने के लिए दिन-रात भरपूर कोशिश कर रहे हैं.
नहीं मिल रही प्रशासन से मदद
बाढ़ से प्रभावित लोगों ने जिला प्रशासन पर बेरुखी का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का कहना है कि यदि यह रिंग बांध टूटती है तो आधा दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे. इसके बाद वाटरबेज के कारण मुख्य बांध भी टूट जाएगा. लेकिन प्रशासन इसके लिए कुछ नहीं कर रहा है.
खतरे में है 20 हजार की आबादी
ग्रामीणों ने कहा कि बांध को बचाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से किसी तरह का सहयोग नहीं मिल रहा है. गांव वाले एकजुट होकर किसी तरह बांध को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. आपको बता दें कि यदि यह बांध टूट जाता है तो 20 हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित हो जाएगी.