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खगड़िया: थाना प्रभारी पर लगा गर्भवती को धक्का देने का आरोप, हुए सस्पेंड - बताया बेबुनियाद आरोप

पीड़ित ने कहा कि थाना प्रभारी ने उन्हें जेल में बंद करने की धमकी दी. इसके बाद दोनों में धक्का-मुक्की हुई. जिसमें मनीष की गर्भवती पत्नी जमीन पर गिर गई और उसका गर्भपात हो गया.

आरोपी थाना प्रभारी
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Published : May 24, 2019, 11:35 PM IST

खगड़िया: जिले के मानसी थाना से एक संवेदनशील मामला सामने आया है. यहां एक पुलिस अधिकारी पर गर्भवती महिला को धक्का मारने का आरोप है. जिसके बाद महिला का गर्भपात हो गया. इस घटना के बाद आरोपी पुलिस को सस्पेंड कर दिया गया है.

ये है पूरा मामला
महिला का पति मनीष कुमार ने बताया कि वो अपनी पत्नी के साथ थाना में शिकायत दर्ज कराने आया था. इस दौरान थाना प्रभारी से उसकी बहस हो गई. गुस्साए थाना प्रभारी ने उन्हें जेल में बंद करने की धमकी दी. ऐसे में थाना प्रभारी ने उनके साथ धक्का-मुक्की की. जिसमें मनीष की गर्भवती पत्नी जमीन पर गिर गई और वहीं उसका गर्भपात हो गया.

थाना प्रभारी पर लगा गर्भवती को धक्का देने का आरोप

आरोप निराधार- थाना प्रभारी
थाना प्रभारी शिव कुमार यादव ने इस आरोप को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि उनपर झूठा आरोप लगाया जा रहा है. थाने में आई पति-पत्नी की शिकायत को सुनकर उन्हें आश्वासन दिया. लेकिन, वे धक्का- मुक्की करने लगे. जिसमें उनकी पत्नी जमीन पर गिर गईं और उनका गर्भपात हो गया.

खगड़िया: जिले के मानसी थाना से एक संवेदनशील मामला सामने आया है. यहां एक पुलिस अधिकारी पर गर्भवती महिला को धक्का मारने का आरोप है. जिसके बाद महिला का गर्भपात हो गया. इस घटना के बाद आरोपी पुलिस को सस्पेंड कर दिया गया है.

ये है पूरा मामला
महिला का पति मनीष कुमार ने बताया कि वो अपनी पत्नी के साथ थाना में शिकायत दर्ज कराने आया था. इस दौरान थाना प्रभारी से उसकी बहस हो गई. गुस्साए थाना प्रभारी ने उन्हें जेल में बंद करने की धमकी दी. ऐसे में थाना प्रभारी ने उनके साथ धक्का-मुक्की की. जिसमें मनीष की गर्भवती पत्नी जमीन पर गिर गई और वहीं उसका गर्भपात हो गया.

थाना प्रभारी पर लगा गर्भवती को धक्का देने का आरोप

आरोप निराधार- थाना प्रभारी
थाना प्रभारी शिव कुमार यादव ने इस आरोप को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि उनपर झूठा आरोप लगाया जा रहा है. थाने में आई पति-पत्नी की शिकायत को सुनकर उन्हें आश्वासन दिया. लेकिन, वे धक्का- मुक्की करने लगे. जिसमें उनकी पत्नी जमीन पर गिर गईं और उनका गर्भपात हो गया.

Intro:एक तरफ जंहा माना जाता है कि पुलिस आम आदमी की कान और आंख होती है।जैसा की हम सभी जानते है पुलिस का काम होता है लोगो की रक्षा करना और पीड़ित को न्याय दिलाने में हर कदम मतद करना लेकिन ऐसे में बिहार के खगड़िया पुलिस के शर्मनाक चेहरा लोगो के सामने आया है पूरी घटना खगड़िया के मानशी थाना से शुरू होती है दरसल मनीष कुमार रौशन नाम के युवक मारपीट के शिकायत करने मानशी थाना पहुचें थे जंहा उनको तो बार-बार वापस लौटाया गया ये तर्क दे कर के की आवेदन में बहुत सी गलती है और बार-बार आवेदन नही ले कर के पहले प्रताड़ित किया जाता है फिर युवक के कई कोशिस के बाद केश तो दर्ज कर लिया जाता है लेकिन आरोपी के ऊपर कोई करवाई नही होती है जिसकी शिकायत ले कर पीडित युवक की पत्नी थाने जाती है जिसको मानशी थाना प्रभारी शिव कुमार यादव के द्वारा धक्का दे दिया जाता है और महिला गिर जाती है जिसका वही थाने में ही गर्भपात हो जाता है मामला यही नही रुका मामला तूल पकड़ता गया। पीड़ित युवक और उसके परिजन खगड़िया खगड़िया एसपी मीनू कुमारी को इसकी शिकायत करते है और खगड़िया एसपी एक्शन लेते हुए निर्देश देती है खगड़िया सदर एसडीपीओ को थाना प्रभारी पर जांच करने के लिए। लेकिन अफोसोस खगड़िया सदर एसडीपीओ आलोक रंजन को जंहा थाना प्रभारी पर जांच करना था वंहा एसडीपीओ साहब केश को ही मैनेज कराने लगे और पडिड युवक से झूठ बोल कर समझौता पत्र पर दस्तखत ले लिए इसकी भनक पीड़ित युवक और उसके परिजनों को बाद में लगी। जसीके बाद आनन -फानन में पीड़ित परिवार फिर से खगडिया एसपी के यंहा फरियाद ले कर गया था लेकिन तब तक सोशल मीडिया के जरिये बात मुंगेर डीजीपी गुप्तेस्वर पांडेय तक पहुँच गई इसके बाद डीजीपी के आदेश पर एसपी खुद मामले की जांच में जुटी है।इतनी गलतियों के बाद भी मानशी थाना प्रभारी अभी दही सुरक्षित बने हुए है।

वहीं इस मामले में आरोपी थाना प्रभारी शिव कुमार यादव का कहना है कि सभी आरोप बेबुनियाद है ऐसा मैने कुछ नही किया मै सिर्फ इतना बोला था कि पुलिस कंप्यूटर है क्या की बटन दबाते कार्यवाई हो जायेगी



Body:एक तरफ जंहा माना जाता है कि पुलिस आम आदमी की कान और आंख होती है।जैसा की हम सभी जानते है पुलिस का काम होता है लोगो की रक्षा करना और पीड़ित को न्याय दिलाने में हर कदम मतद करना लेकिन ऐसे में बिहार के खगड़िया पुलिस के शर्मनाक चेहरा लोगो के सामने आया है


Conclusion:ऑफ़सोस की बात ये है कि पुलिस प्रसाशन लगतार थाना प्रभारी को बचाने के पक्ष में लगी हुई है इतने गंभीर आरोप लगने के बावजूद भी अब तक कोई कार्यवाई नही हो सकी है जब कि पीड़ित परिवार डट कर पुलिस के खिलाफ लगातार लड़ रहा है।
बाइट-पीड़ित युवक और गर्बपात हुई महिला का पति
बाइट-आरोपी थाना प्रभारी
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