खगड़िया: विपक्ष लगातार जिले में जल-नल योजना में भारी अनियमितता का आरोप लगाता रहा है. लेकिन यह आरोप एक बार फिर प्रमाणित होता दिखा. जिले के गोगरी प्रखंड के शेर चकला पंचायत अंतर्गत गांधीनगर गांव में उद्घाटन से पूर्व ही जल मीनार धराशायी हो गया.
सात निश्चय योजना में घोटाला और लूट का आरोप
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान चाहे लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान हो या विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर जल-नल योजना और सात निश्चय योजना में बड़े घोटाले और लूट का आरोप लगाते रहे. इसके साथ ही यह दावा करते रहे कि इन योजनाओं की धरातल पर जांच की जाए, तो कई अधिकारी और संबंधित लोग जेल जा सकते हैं. विधानसभा चुनाव होने के बाद जल-नल योजनाओं में किसी भी कीमत पर गड़बड़ी की शिकायत सुनने को सरकार तैयार नहीं है.
टीम बनाकर की जा रही जांच
जिलाधिकारी को इन योजनाओं को व्यापक स्तर पर जांच करने का आदेश प्राप्त हुआ है. जिलाधिकारी के माध्यम से टीम बनाकर जिले में योजनाओं की जांच की जा रही है. इसी बीच गोगरी प्रखंड के गांधीनगर में उद्घाटन के पूर्व ही जल मीनार धराशायी हो गया. गनीमत ये रही कि ग्रामीणों को कोई नुकसान नहीं हुआ. स्थानीय लोग इस योजना में अनियमितता की शिकायत को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों से मिल चुके हैं. लेकिन इसके बावजूद भी अधिकारियों ने कभी भी इस योजना को धरातल पर जांचने की पहल नहीं की.
ट्रायल के दौरान जलमीनार ध्वस्त
जलमीनार के उद्घाटन के लिए जब इसका ट्रायल किया जा रहा था, तब टंकी में पानी भरने के साथ ही मीनार पूरी तरह से ध्वस्त हो गया.
ग्रामीणों ने बताया कि जल-नल योजना के तहत पीएचईडी विभाग के माध्यम से गुणवत्ता विहीन काम किया गया है. इसमें व्यापक अनियमितता बरती गई है. इस योजना की जांच के लिए कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई, जिसका कोई परिणाम नहीं निकला और अंततः उद्घाटन के पूर्व ही ये धराशायी हो गया.