खगड़िया : तीसरे चरण में 23 अप्रैल को खगड़िया में लोकसभा चुनाव होना है. यहां एक तरफ एनडीए प्रत्याशी महबूब अली कैसर और महागठबंधन प्रत्याशी मुकेश सहनी के बीच टक्कर है तो वहीं यहां से निर्दलीय उम्मीदवार नागेंद्र त्यागी ने मैदान में उतरकर इस चुनाव को अलग ही रंग दे दिया है.
क्यों हैं नागेंद्र त्यागी महत्तवपूर्ण
नागेंद्र त्यागी कुशवाहा समाज से आते है. ऐसे में लगभग कुशवाहा समाज नागेंद्र त्यागी का साथ दे सकता. दरअसल, खगड़िया जिला यादव बहुल इलाका है और यादवों के बीच मे नागेंद्र त्यागी अपनी एक अलग पहचान बना कर बैठे हैं. इससे कयास लगाया जा रहा है कि यादव और मुस्लिम वोट ज्यादातर नागेंद्र त्यागी के पक्ष में रहेगा.
महागठबंधन के लिऐ कांटा बने त्यागी
महागठबंधन उम्मीदवार मुकेश सहनी यादव और मुसलमान को लुभाने में कोई कसर नही छोड़ रहे है. इतिहास को अगर देखा जाए तो मुस्लमान और यादव कैडर वोटर रहे है. इसलिए यहां आरजेडी और महागठबंधन एक अहम भूमिका निभा रही है. लेकिन नागेंद्र त्यागी के कारण महागठबंधन से यादव और मुसलमान दोनों के वोट काटते दिखाई दे रहे हैं.
एक फकिर भी लड़ सकता लोकसभा का चुनाव
नागेंद्र त्यागी ने राजनीति में शामिल होने पर कहा कि वो वैसे लोगों को जवाब देना चाहते है जो करोड़ो रुपये लेकर पार्टी का टिकट बेचते हैं. उन्होंने चुनाव में खड़े होने पर कहा कि वो साबित करना चाहते हैं कि एक फकिर भी लोकसभा का चुनाव लड़ सकता है और जीत सकता है.
सेवा में ही है मेवा
नागेंद्र त्यागी ने कहा कि उन्हें आम लोगों के सेवा में ही मेवा मिलता है. राजनीति में कुछ गलत लोग शामिल होकर इसे गंदा बना दिये हैं. इसको दूर करने के लिए और खगड़िया पर फरकिया का जो धब्बा लगा है उसको मिटाने के लिए वो लोकसभा चुनाव में उतरे हैं