खगड़ियाः बाढ़ और कोरोना महामारी के बीच खगड़िया में किसानों का एक अनोखा प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. यहां के किसानों ने अपनी डूबी हुई फसल के बीच में खड़े होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. ये प्रदर्शन फसल की क्षतिपूर्ति, लोन माफी, पशुओं के चारे की मांगों के लिए किया गया है.
बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग
ये प्रदर्शन बिहार किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह टुडू के नेतृत्व में किया गया. प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह टुडू का कहना है कि बिहार के 22 जिले पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित हैं. जबकि 8 जिले आंशिक प्रभावित हैं. इसलिए केंद्र सरकार बिहार में बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करे.
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किसान को नहीं मिला मुआवजा
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में 128 प्रखंड के 12 लाख हेक्टेयर में फसल जलजमाव और बाढ़ से डूब गए हैं. अभी तक एक भी पंचायत में कृषि सर्वे नहीं हुआ है. बाढ़ के कारण 427 किसानों की जान जा चुकी है, लेकिन मुआवजा नहीं मिला. 283 पशु मरे हैं लेकिन एक भी पशु पालक किसान को भी मुआवजा नहीं मिला है.