खगड़िया: राज्य सरकार से मिले निर्देश के आलोक में 4 जनवरी यानी सोमवार से जिले में सभी ऊंची कक्षाओं के विद्यालय खोल दिए गए हैं. वहीं, स्कूल खुल तो गए लेकिन समय पर ना शिक्षक आ रहे हैं और ना ही कोरोना गाइड लाइन का पालन किया जा रहा है. ऐसे में सरकारी दावों और जमीनी हकीकत में बड़ा फर्क देखने को मिल रहा है.
दरअसल, शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार सभी विद्यालयों को खुलने के पूर्व पूरी तरह सेनेटाइज करना है. साथ ही विद्यालय आने वाले बच्चों को दो-दो मास्क दिए जाएंगे. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. सुदूर ग्रामीण इलाकों की बात तो दूर जिला मुख्यालय में भी विभाग के आदेशों का पूरी तरह से अनुपालन नहीं हो पा रहा है.
नहीं हो रहा गाइडलाइन का पालन
शहर के लालबाबू बालिका उच्च विद्यालय में ना शिक्षक समय पर आए आ रहे हैं और ना ही कोरोनावायरस से बचाव को लेकर जारी गाइड लाइन का पालन किया जा रहा है. जिससे सरकारी दावे और जमीनी हकीकत में जमीन-आसमान का फर्क नजर आ रहा है. बच्चे समय पर विद्यालय पहुंच रहे हैं लेकिन स्कूल के कई कमरे बंद पड़े हैं. साथ ही शिक्षक रूम में भी सन्नाटा पसरा है. बच्चों को ना हीं कोरोना संक्रमण से बचाव के तरीके सिखाए गए और ना ही बच्चों के बीच मास्क का वितरण किया गया.
अनियमितता मिलने पर की जाएगी कार्रवाई
इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम ने बताया कि लंबे समय बाद विद्यालय खुले हैं, सबकुछ ठीक करने में वक्त लगेगा. वहीं उन्होंने दावा किया कि पूरे जिले में विद्यालयों का सेनेटाइजेशन और बच्चों के बीच मास्क का वितरण किया जा रहा है. इसकी मॉनिटरिंग के लिए पूरे जिले में शिक्षा विभाग के अधिकारी औचक निरीक्षण करेंगे.
''सभी विद्यालयों को पत्र भेजकर आदेश जारी किया गया है कि हर हाल में विद्यालयों को सेनेटाइज करना है. साथ ही बच्चों के बीच मास्क का वितरण करना है. साथ ही 50 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करना है. अनियमितता की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी''.-राजदेव राम, जिला शिक्षा पदाधिकारी